नई दिल्ली. मनरेगा जैसी योजना में एक करोड़ से अधिक जॉब कार्ड फर्जी पाए गए, जिन्हे निरस्त कर दिया गया है. जब इस योजना को लेकर अनियमितता और भ्रष्टाचार की बात सामने आई तो इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए घर-घर जाकर इसकी जाँच की गई. एक करोड़ से अधिक फर्जी कार्ड पाए जाने के बाद तत्काल इसे निरस्त कर दिया गया. इतना ही नहीं जरूरतमंद और सही लोगो के लिए नए कार्ड भी बनाए गए. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस बारे में कहा कि मनरेगा को लोगो का जबरदस्त समर्थन प्राप्त हुआ है. इसमें रिकार्ड संख्या 52 लाख विकास के कार्य कराए गए है. उन्होंने आगे कहा कि मिनिस्ट्री इसके प्रभाव का अध्ययन भी कर रही है. मनरेगा में जाँच के दौरान बिहार के 24 फीसदी गांवों में जॉब कार्ड वाले मजदूर मौके पर मिले ही नहीं. यह भी बता दे कि इन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़े जाने के बाद भी फर्जीवाड़ा पाया गया. इसी दौरान ग्रामीण विकास सचिव अमरजीत सिन्हा ने स्पष्ट किया कि कार्ड निरस्त करने के साथ सामाजिक और आर्थिक जनगणना के आंकड़ों के आधार पर नए कार्ड बनाने का अभियान चलाया गया है. ये भी पढ़े 31 मई तक आधार को बैंक खाते से लिंक करें, अन्यथा खाता हो जाएगा बंद PM मोदी ने धेमाजी में किया कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान केेंद्र का शिलान्यास किसानों के लिए इफ्को लाया को-ब्रांडेड कार्ड