राज ठाकरे ने भरी हुंकार

मुंबई। शुक्रवार को मुंबई के परेल और एलफिंस्टन स्टेशन के बीच निर्मित फुट ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्र सरकार की आलोचना की है। दशहरे के अवसर पर उन्होंने मीडिया से चर्चा की, विजयादशमी पर्व की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई में हुई इस तरह की दुर्घटना बेहद दुखद है। कुछ लोगों ने मुझे घटनास्थल पर जाने के लिए भी कहा मगर मैं नहीं गया, क्योंकि इससे राहत व बचाव के कार्य प्रभावित हो सकते थे। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि रेलवे ने अपनी आधारभूत संरचना में सुधार नहीं किया तो फिर मुंबई में बुलेट रेल का कार्य शुरू नहीं करने दिया जाएगा। मनसे के प्रमुख ने जानकारी दी कि मनसे 5 अक्टूबर को चर्च गेट से मोर्चा निकालेगी, जिसमें वे स्वयं शामिल होंगे। मोर्चा निकालकर सभी स्टेशन्स की जानकारी ली जाएगी। हम रेलवे कार्यालयों में जाऐंगे।

उन्होंने मेट्रो के परिचालन का विरोध करते हुए कहा कि मेट्रो सेवा इस शहर पर एक और बोझ है। उनका कहना था कि हमे आतंकियों की जरूरत ही नहीं, हमारे अपने लोग और व्यवस्था ही इसके लिए काफी है. सरकारें स्टेशन्स का नाम बदलती हैं मगर, दुर्घटनाओं पर ध्यान नहीं देती है। यदि किसी स्टेशन का नाम राम मंदिर रखा जाएगा तो क्या राम मंदिर बन जाएगा। आखिर लोग कब तक इस तरह से हादसों में मरते रहेंगे।

मैंने भी लोकल ट्रेन में सफर किया है, यहां जगह बेहद कम है. स्टेशन्स पर रेहड़ी और खोमचे वालों को अपनी जगह खाली करना होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, जब तक आवश्यक सुधार नहीं किया जाता तब तक बुलेट रेल की एक भी ईंट मुंबई में रखने नहीं दी जाएगी। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुलेट ट्रेन चलाना चाहते हैं तो फिर वे गुजरात में चलाऐं, मुंबई में नहीं। फुट ओवर ब्रिज पर हुई दुर्घटना को लेकर रेलवे अधिकारियों के पास कोई उत्तर नहीं है। हम अपनी शैली में चर्चगेट में मौजूद अधिकारियों से सवाल करेंगे। हमारे विरोध करने पर वे बल का उपयोग करते हैं तो फिर हमें सोचना पड़ेगा कि आखिर क्या करना है।

उन्होंने बाहरी लोगों के आगमन का विरोध करते हुए कहा कि जब तक बाहरी लोगों का आना नहीं थम जाता तब तक मुबई ऐसे ही कांपते रहेगी। प्रतिवर्ष करीब 15000 लोग रेल हादसे में मरते हैं, जिसमे 6 हजार मुंबई में मरते हैं। कांग्रेस जाती है, बीजेपी आती है पर बदलता कुछ भी नहीं। लोगों को यह समझना होगा कि सरकार बदलने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल की आलोचना करते हुए, राज्य की शिवसेना - भाजपा गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीयूष गोयल किसी काम के नहीं हैं। मुझे रेलवे अधिकारियों से बात करनी होगी।

राज ठाकरे ने कहा कि हमने शिकायत की तो रेलवे अधिकारियों की तरफ से जवाब आया कि फुटओवर ब्रिज का काम एमएमआरडीए को दे दिया गया है, इसलिए यह पूरा नहीं किया जा सकता। हर कोई एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहा है, कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता। कुछ दिनों में सबकुछ सामान्य हो जाएगा। और फिर हम कहेंगे कि ये मुंबई की स्पिरिट है। ये कोई स्पिरिट नहीं है, लोगों को नौकरी पर जाना होता है।

उन्होंने कहा कि मंत्री बदल जाते हैं। बुलेट ट्रेन के लिए सुरेश प्रभु को बदल दिया गया। प्रभु बढ़िया काम कर रहे थे। यह सोचने की बात है कि शिवसेना बीजेपी के साथ क्यों है। क्योंकि वे सब एक हैं और एक जैसे हैं। बीजेपी जब सत्ता में होती है, तो चुप रहती है। विपक्ष में होती है तो प्रदर्शन करती है। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से एलफिंस्टन स्टेशन की हालत को देखकर पत्र लिखे जा रहे थे लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

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