पटना: बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार की महागठबंधन रैली को कवर करने वाले पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि लोगों के एक अनियंत्रित समूह ने उनके मोबाइल फोन, वॉलेट और माइक्रोफोन छीन लिए। पत्रकारों ने दावा किया कि यह घटना रविवार को हुई जब 'जन विश्वास महारैली' के दौरान तेजस्वी यादव को मंच पर बुलाए जाने पर खचाखच भरी भीड़ जयकार कर रही थी। कार्यक्रम के लिए प्रवेश पास रखने वाले पत्रकार मंच के सामने बनी मीडिया गैलरी में थे। मीडिया गैलरी के पीछे रैली के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे। अचानक भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों को धक्का दिया और मीडिया गैलरी में घुस गई। इस कार्यक्रम को कवर करने वाले पत्रकारों द्वारा कई FIR दर्ज की गईं और बताया गया कि उनके मोबाइल फोन, वॉलेट और माइक्रोफोन चोरी हो गए हैं। भाजपा नेता निखिल आनंद ने रविवार को एक्स में रैली के दौरान पत्रकारों के साथ कथित मारपीट की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पत्रकारों पर हमला करने के लिए ''मीडिया और राजद कार्यकर्ताओं के खिलाफ बोला''। दूसरी ओर, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं 'प्रशासनिक विफलता' का परिणाम थीं क्योंकि उन्होंने अराजकता के लिए केंद्र और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराया। तिवारी ने आरोप लगाया कि प्रशासन रैली के दिन महागठबंधन की संभावनाओं को बाधित करने के लिए नियोजित उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहा। अपनी उपज क्यों नहीं बेच पा रहे महाराष्ट्र के कपास उगाने वाले किसान ? आखिर किस बात पर पिता ने बच्चों समेत खुद को उतारा मौत के घाट 10 मार्च को देशभर में रेल रोको का ऐलान, प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने बताया आगे का प्लान