नक्सल प्रभावित प्रदेशों में 4072 मोबाइल टॉवर लगाने का रास्ता साफ हो गया है. बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने इन टॉवर को लगाने की मंजूरी दे दी है. इन टॉवरों में सबसे अधिकटॉवर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में लगाए जाने है. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में लगने वाले इन टावरों की संख्या लगभग 1028 रहेगी. ये मोबाइल टॉवर राज्य के 16 जिलों में लगाए जाएंगे. इन मोबाइल टॉवर की जरुरत राज्य के जिलों में इसलिए भी क्योंकि सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, जैसे जिलों के जंगलों में सुरक्षाबलों के कई कैंप में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है. मोबाइल नेटवर्क की सुविधा अच्छे से न मिलने के कारण सुरक्षाबलों के जवानों को मोबाइल पर बात करने के लिए बिल्डिंग की छतों पर चढ़कर इंतजार करना पड़ता है. मोबाइल टॉवर लगाने का काम भारत नेट परियोजना के तहत किया जाना है. इस योजना के तहत आठ हजार किलोमीटर में ऑप्टिकल फाइबर लाइन बिछाने का कार्य भी होना है. मोबाइल टॉवर लगाने का काम शुरू भी हो चूका है. इसके लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी भी मिल चुकी है. मोबाइल टॉवर लगने से राज्य के ग्रमीणों को भी बहुत लाभ मिलेगा. अभी कुछ ग्रामीण क्षेत्र तो ऐसे भी है जहां मोबाइल नेटवर्क की सुविधा के लिए गांव में रहने वाले लोगों को कई किलोमीटर का फसल तय करना होता है. 14 प्रतिशत लोगों ने तंबाकू का सेवन छोड़ा गुमास्ता लाइसेंस की ऑनलाइन प्रक्रिया में लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है शौचालय न होने के कारण ससुराल छोड़कर मायके चली गई पत्नी