मंगलवार को केंद्र सरकार ने यह बात साफ कर दी है कि आइटीबीपी और एसएसबी के विलय की संभावनाओं का पता लगाने के लिए अनौपचारिक विचार विमर्श किए गए थे, लेकिन वर्तमान में दोनों बलों के विलय का ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. लोकसभा में सुधीर गुप्ता, श्रीरंग अप्पा बारणे, संजय मांडलिक, गजानन कीर्तिकर और विद्युत बरण महतो के प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी. केंद्र मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जारी किया अलर्ट, कोरोनावायरस के मामलों में हुई उम्मीद से ज्यादा बढ़ोत्तरी इस विलय को लेकर नित्यानंद राय ने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के विलय की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक मत पर विचार किया गया था और इस संबंध में अनौपचारिक परामर्श किए गए थे. तालिबान के समक्ष अफ़ग़ानिस्तान ने रखी मुश्किल शर्त, पाकिस्तान को लेकर कही ये बात आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उन्होंने कहा, 'वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव (दोनों में विलय का) विचाराधीन नहीं है.' गृह राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) का आधुनिकीकरण सतत प्रक्रिया है. एसएसबी और आइटीबीपी को नवीनतम और उन्नत हथियारों से लैस करने के लिए उन्हें पर्याप्त निधियां आवंटित की गई हैं. मस्जिद निर्माण पर लिया जा सकता है फैसला, इस दिन होगी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की बैठक कांग्रेस का मोदी पर पलटवार, कहा- 'पवित्र नारे को तुच्छ राजनीतिक बहस में नहीं घसीटना चाहिए' केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज होगी आयोजित, इस मुद्दे पर होने वाली है चर्चा