नई दिल्ली: GST धांधली मामले में सरकार ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है. सरकार ने 40,000 कंपनियों को चिन्हित किया है, जिन्होने रिफंड सीमा से अधिक ले लिया या फिर फ्रॉड किया या फिर टैक्स से जुड़े कुछ और गड़बड़ी की. जबकि GST भरने वाले हैं कुल 1.2 करोड़ . वित्त मंत्रालय ने इन 40,000 कंपनियों को कड़ी निगरानी में रखा है. सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्रालय इन्हें एक आखिरी अवसर दे रहा है ताकि ये खुद ही अपनी ओर से इस बात का ऐलान कर दें कि उनसे इस प्रकार की गलती हुई है और अपनी गलती में सुधार कर लें, गलत तरीके से रिफंड ली हुई रकम वापस लौटा दें नहीं तो कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें. सरकार इन सब का GST रिफंड और GST रिटर्न की जांच कर रही है, बैंक अकाउंट डेटा मिसमैच की जांच कर रही है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ इंडायरेक्ट टैक्सिस एंड कस्टम्स (CBIC) और सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सिस (CBDT) के संयुक्त टीम ने डाटा एनालिटिक्स के जरिए ये धांधली पकड़ी है, पिछले सप्ताह ही इस संबंध में राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय ने पूरे देश के GST चीफ कमिश्नर, कमिश्नर, इन्वेस्टिगेशन एजेंसीज़, CBIC, CBDT की बैठक ली थी. चौथी अमेरिकी कंपनी बनी अल्फाबेट, छुआ एक लाख करोड़ डॉलर का मार्केट कैप अमेज़न के चीफ जेफ बेजोस पहुंचे भारत, मझौले उद्योगों में इस रकम को करेंगे निवेश PACL UPDATE: निवेशकों को रहना चाहिए सतर्क, सेबी ने कहा फर्जी ई-मेल पर न दें ध्‍यान