अमृतसर: कनाडा और भारत के बीच तनाव के माहौल के बीच एक नई घटना सामने आई है। कनाडा के ब्रैम्पटन में 3 नवंबर, रविवार को हिंदू सभा मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थकों द्वारा हमला किया गया, जिससे हिंदू समुदाय में चिंता बढ़ गई है। इस हमले की व्यापक रूप से निंदा की जा रही है, और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कनाडा में मंदिर पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पंजाबी समुदाय का कनाडा से गहरा संबंध है, और कई पंजाबी लोग कनाडा को अपना दूसरा घर मानते हैं। मान ने बताया कि खासतौर पर सरे और टोरंटो जैसे शहरों में बड़ी संख्या में पंजाबी लोग रहते हैं, और वे सभी ऐसी हिंसक घटनाओं के खिलाफ हैं। सीएम भगवंत मान ने भारत सरकार से इस मामले में कनाडा सरकार से बात करने और आवश्यक कार्रवाई की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब से ताल्लुक रखने वाले लोग पूरी दुनिया में शांति और भाईचारे में विश्वास रखते हैं। वे मेहनती और शांतिप्रिय लोग हैं, जो कठिन परिश्रम से अपने सपनों को साकार करते हैं। मान ने अपील की कि भारत सरकार कनाडा सरकार से बात करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस हमले के बाद, सोमवार शाम को मंदिर के बाहर भारी संख्या में लोग एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुए। यह समुदाय के प्रति समर्थन और एकता का प्रदर्शन था। इस घटना की निंदा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी की। उन्होंने इसे अस्वीकार्य करार देते हुए कहा कि कनाडा में सभी धर्मों के लोगों को स्वतंत्रता और सुरक्षा के साथ अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। ट्रूडो ने यह भी कहा कि कनाडा सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। छत्तीसगढ़: 11 परिवारों ने सनातन धर्म में की घर वापसी, लालच में बने थे ईसाई कामिल-फ़ाज़िल की डिग्री से ग्रेजुएट-पोस्ट ग्रेजुएट बना देता था मदरसा, अब SC ने लगाई रोक अखंड भारत का असली निर्माता..! बैंगलोर में लगे सिख गुरुओं के हत्यारे औरंगज़ेब के पोस्टर