आज पीएम मोदी के रूप में दावोस में WEF के समारोह में भारत की और से 21 साल बाद कोई भाषण दे रहा है. पीएम ने हिंदी भाषा का उपयोग करते हुए गाँधी जी को याद करते हुए कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा कहते थे ''में बंद खिड़कियों का घर नहीं चाहता. हर मुल्क की हवा मेरे घर आये. पर वो इतनी तेज न हो की मेरे पैर उखड जाये'' भारत अब भी इसी सिद्धांत पर आगे बढ़ रहा है. भारत सरकार का नारा है. सबका साथ सबका विकास. पीएम ने कहा कि हम रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफर के सिद्धांत पर चल रहे है. भारत आगे बढ़ रहा है. विदेशी निवेशकों के लिए रेड टैग हटा कर रेड कारपेट बिछा दिए गए है. विकास में बाधित 1400 कानूनों को बदला है. GST एक बड़ा कदम है. डेवलॅपमेंट साकार हो रहा है. सरकार ने निर्भीक कदम उठाये . कम समय में दूरगामी, दूरदर्शी काम किये है. सवा सो करोड़ जनता हमारी और देखती है. युवा आगे बढ़ रहे है. युवा जॉब सीकर नहीं जॉब गिवर बनेगे. भारत के लोगो ने सरकारी नीतियों पर विश्वास कर समर्थन किया. विश्व कानूनों में सुधारो की जरुरत. विश्व की आर्थिक प्रगति में तेजी लाने की जरुरत है. अंत में मोदी ने ''सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्'' की कामना के साथ सारी दुनिया को भारत में आने का न्योता देते हुए कहा ' भारत आईये, भारत में आपका स्वागत है' इसके बाद पीएम ने सभी को धन्यवाद देते हुए अपने भाषण का समापन किया. दावोस लाइव : मोदी ने कहा 'वसुधैव कुटुम्भकम' भारत की परंपरा है दावोस में WEF के इस आर्थिक चिंतन को नमन - पीएम मोदी कैसा होगा बजट 2018 ?