कोलकाता: केंद्र सरकार द्वारा संसद के दोनों सदनों में पारित कर लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 5वां दिन शुरु हो चुका है. दिल्ली के चारों तरफ से घेरकर बैठे किसानों ने सरकार की कोई भी शर्त मानने से साफ़ मना कर दिया है. आंदोलन को लेकर कल देर रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एक हाईप्रोफाइल बैठक हुई, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लगभग 2 घंटे तक मंथन किया. किसान आंदोलन को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर रहा है. इसी क्रम में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता डेरेक ओ ब्रायन ने एक बयान में कहा है कि , 'मोदी-शाह ने वादा किया था कि केंद्र 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करेंगे. मौजूदा हालात में 2028 तक किसानों की आमदनी दोगुनी नहीं होगी. इस बीच दीदी के बंगाल में किसान आय 9 साल में तीन गुना हो गई है. तथ्य बोलते हैं.' वहीं, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केरल की वायनाड सीट से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा कि 'मोदी सरकार ने किसान पर अत्याचार किए- पहले काले क़ानून, फिर चलाए डंडे, मगर वो भूल गए कि जब किसान आवाज़ उठाता है तो उसकी आवाज़ पूरे देश में गूंजती है. किसान भाई-बहनों के साथ हो रहे शोषण के ख़िलाफ़ आप भी #SpeakUpForFarmers campaign के माध्यम से जुड़िए.' न्यूजीलैंड के शोधकर्ताओं ने ज्वालामुखी से होने वाली मौतों के लिए कही ये बात बीते कई सैलून से बढ़ रहा है अरब में इस बात का विरोध प्रदर्शन विश्व में पहली बार वायु प्रदूषण से हुई मौत मामले पर होगी सुनवाई, आ सकता है बड़ा फैसला