हाल ही में अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रम्प, वैश्विक व्यापार सम्मेलन के मौके पर हैदराबाद आई हुई हैं. इस मौके पर हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इवांका का स्वागत सदेली बॉक्स के साथ किया. काफी महीनो पहले से ही इस सम्मलेन की तैयारियां चल रही थी. इवांका के आने से पहले हैदराबाद की सजावट ज़ोरों पर थी. इवांका की हर ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की गयी थी ताकि उन्हें यहाँ किसी बात की परेशानी न हो. आइये जानते हैं इस सदेली बॉक्स के पीछे की कहानी को. सदेली क्राफ्ट मूलतः मैसूर से संबंधित है. लकड़ी के बने इस बॉक्स पर कारीगर ख़ास पैटर्न में डिज़ाइन बनाते हैं. इस पैटर्न का इस्तेमाल कभी बड़े-बड़े महलों के दरवाज़ों और अलमारियों को सजाने के लिए किया जाता था, पर इसकी डिमांड को देखते हुए इससे ज्वेलरी बॉक्स, कंटेनर्स और फ़ोटो फ़्रेम्स भी बनाये जाने लगे हैं. 19वीं सदी में इस बॉक्स की ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में बड़ी डिमांड थी, जिन्हें हिंदुस्तान से तैयार करके बाहर भेजा जाता था. Furniture & Cabinetmaking मैगज़ीन की मानें, तो बॉम्बे किसी समय इसका बड़ा केंद्र होता था, जिसकी वजह से इसे 'Bombay Box' के नाम से भी पहचाना जाता है. आज इसकी गिनती केवल एंटीक चीज़ों में ही होती है. कैमरे के सामने न्यूड नज़र आयी हॉलीवुड एक्ट्रेस, फोटोज हो रही वायरल Video : कभी देखा है Elephant Shower आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शामिल भारत के 3 खिलाड़ी