कराची: स्वतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी के भाषण में बलूचिस्तान के पक्ष में कथित तौर पर आवाज बुलंद किए जाने का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान ने शीर्ष तीन बलूच राष्ट्रवादी नेताओं के खिलाफ देशद्रोह सहित पांच मामले दर्ज किए हैं. पाकिस्तान ने कहा कि मोदी ने बलूचिस्तान के बारे में बात करके 'लक्ष्मण रेखा' लांघी है. उसने यह भी कहा कि वह अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में कश्मीर का मुद्दा उठाएगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ब्रहमदाग बुग्ती, हरबियार मर्री और बानुक करीमा बलोच के खिलाफ बलूचिस्तान के खुजदार इलाके के पांच थानों में पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 120, 121, 123 और 353 के तहत दर्ज किया गया है.ये धाराएं 'अपराध को अंजाम देने के लिए साजिश को छिपाने', 'पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने या प्रयास करने अथवा युद्ध भड़काने', 'युद्ध छेड़ने की साजिश में मदद के लिए साजिश पर परदा डालने' और 'नौकरशाह को अपनी ड्यूटी करने से रोकने के लिए हमला करने एवं आपराधिक तौर पर मजबूर करने' से संबंधित हैं. कार्यवाहक जिला पुलिस अधिकारी खुजदर मुहम्मद अशरफ जाटक ने बताया कि शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि बुग्ती, मर्री और बलोच ने मोदी के भाषण का 'समर्थन किया' था. गौरतलब है कि 15 अगस्त को पीएम मोदी ने कहा था कि बलूचिस्तान एवं पीओके के लोगों पर पाकिस्तान द्वारा किए जाने वाले अत्याचारों का मामला उठाने के लिए बलूचिस्तान के लोगों ने उनका धन्यवाद किया है.