इंदौर/ब्यूरो। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प मेडीविजन का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन इंदौर में आयोजित हो रही है। आज यहॉ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में मेडीविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. विरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि “मेडीविजन के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन आज देशभर से आये मेडिकल एवं डेंटल के विद्यार्थियों द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किये गये। जिसमें निर्णायक की भूमिका में डॉ.अरुण एवं डॉ. अशोक उपस्थित रहे। कुल लगभग 10 शोधपत्र प्रस्तुत किये गये। साथ ही साथ पोस्टर प्रेजेन्टेशन में कुल 05 पोस्टर प्रस्तुत किये गये। अगले सत्र में “बी बैलेंस एंड सक्सेसपुल” विषय पर डॉ. सुपर्णा ने अपना विषय रखा। इसी सत्र में मेडिकल एजुकेशनः अवसर एवं उद्यमिता विषय पर डॉ. शुभ्रम ने मेडिकल क्षेत्र में उद्यमिता विकास एवं आत्मनिर्भरता के बारे में चर्चा की। मेडीविजन के “रोल मॉडेल सेशन” में मुंबई से बिहार जाकर ग्रामीण क्षेत्रों चिकित्सकीय सेवायें देने वाली डॉ. तरु जिंदल ( बिहार) का महापौर इंदौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा सम्मान किया गया। रोल मॉडेल सेशन का संचालन डॉ. मंदार साने (AIIMS नागपुर) ने किया। इंदौर नगर के प्रथम नागरिक श्री पुष्यमित्र भार्गव का स्वागत मेडीविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. विरेंद्र सिंह सोलंकी ने किया। अगले सत्र में Next Exam (नेक्स्ट परीक्षा) के बारे में जानकारी डॉ. संतोष कुमार (हैदराबाद) ने दिया। समारोप सत्र में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान जी उपस्थित रहे। मेडीविजन के समस्त प्रतिभागियों को श्री आशीष चौहान जी का मार्गदर्शन मिला। अपने उद्बोधन में श्री चौहान ने भारतीय भाषाओं के संवर्द्धन के साथ हमें आगे बढ़ने का मंत्र दिया और यह भी बताया कि हेल्थकेयर के लिये समावेशी पद्धति को लेकर आगे बढ़ना चाहिए।हेल्थकेयर के क्षेत्र में आर्टिफिश्यल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग के मध्यम से स्किल के साथ तकनीकि को जोड़कर स्टार्टअप्स बनाने चाहिये। प्रत्येक हेल्थकेयर की समस्या का भारतीय उपचार होना चाहिये। करियर के साथ नेशन का विजन भी साथ लेकर चलें। जी-२० प्रेसिडेंशियल में भी मेडीविजन भारत के साथ समूचे विश्व के हेल्थकेयर की बात को विश्व के पटल पर रखे। बतादें कि पिछले दो दिनों से एम. जी. एम मेडिकल कॉलेज में आयोजित मेडीविजन की छठवीं राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में एन.एम.सी की अध्यक्ष डॉ. अरुणा व्ही वाणीकर उपस्थित रहीं। विशेष अतिथि के रूप में देश के जाने माने चिकित्सक डॉ. एस. सुब्बय्या जी उपस्थित रहे। साथ ही अधिष्ठाता MGM चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. संजय दीक्षित, मेडीविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. विरेंद्र सिंह सोलंकी एवं मेडीविजन इंदौर की सुश्री सिमरन कौर भी उपस्थित रहीं। MeDeVision मेडिकल और डेंटल स्टूडेंट्स के बीच अखिल भारतीय स्तर पर कार्य कर रहा है।MeDeVision छठे राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय संक्रमण चुनौतियों और अवसरों में चिकित्सा शिक्षा है। अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. अरुणा व्ही वाणीकर ने भविष्य के चिकित्सकों को संवेदना का पाठ पढ़ाया। भारतीय भाषाओं में मेडिकल की शिक्षा की अनुशंसा करते हुये डॉ. वाणीकर ने द्विभाषीय एवं बहुभाषीय शिक्षा पद्धति पर ज़ोर दिया। अपने व्यक्तिगत एवं सामाजिक अनुभवों को साझा करते हुये डॉ. अरुणा ने नैशनल मेडिकल कमीशन ( NMC) द्वारा चिकित्सा शिक्षा के हित में किये जा रहे अभूतपूर्व निर्णयों के बारे में जानकारी दी। शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देते हुयी डॉ. वाणीकर ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को आर्टिकल, शोधपत्र इत्यादि लिखने पढ़ने के लिये प्रेरित किया। विशेष अतिथि के उद्बोधन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री प्रफुल्ल आकांत जी का मार्गदर्शन मिला। 2047 के भारत की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिये विभिन्न प्रयासों की चर्चा हुयी। बदलते भारत में मेडिकल एजुकेशन एवं सेवा के महत्व पर श्री प्रफुल्ल आकांत जी ने युवाओं का मार्गदर्शन किया। बतादें कि "मेडीविजन - स्वस्थ राष्ट्र के लिए एक दृष्टि" अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का एक अखिल भारतीय मंच है जो मेडिकल और डेंटल छात्रों को उनकी शिक्षा के बारे में सोचने के लिए, उन्हें सक्रिय होने और बोलने के लिए चुनौती देने के लिए, सामाजिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए है।यह मेडिकल और डेंटल छात्रों के बीच और उन्हें दृष्टि देने के लिये कार्य करता है। MeDevision नीतियों के मुद्दों में हस्तक्षेप करता है और मेडिकल / डेंटल छात्रों के मुद्दों को भी उठाता है। देश भर में मेडिकल और डेंटल क्षेत्र के विद्यार्थियों द्वारा पिछले 10 वर्षों से MeDeVision का काम पूरे देश में सुचारू ढंग से चल रहा है। जिसके तहत सैकड़ों आयोजन किए देश भर में चिकित्सा और दंत स्वास्थ्य शिविर, अनुभूति- ग्रामीण इंटर्नशिप कार्यक्रम इत्यादि किया गये हैं।मेडीविजन के स्वयंसेवकों ने बाढ़, भूकंप आदि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की सेवा की, विभिन्न शैक्षणिक कार्यशालाओं, सेमिनारों का आयोजन किया और कोविद -19 महामारी के दौरान स्वयंसेवकों ने हजारों लोगों को ऑनलाइन परामर्श प्रदान किया। देश भर के लोगों की सेवा की संकल्प साधे आगे बढ़ते रहे। “संक्रमण काल में चिकित्सा शिक्षाः चुनौतियाँ एवं अवसर में विषय पर आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के प्रथम दिवस विभिन्न मेडिकल शिक्षा एवं दंत चिकित्सा शिक्षा से संबंधित तकनीकि सत्र आयोजित हुये जिसमें विशेषज्ञों ने प्रतिभागी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। नौ विभिन्न सत्रों में आयोजित होने वाली इस मेडीविजन के 6वें नेशनल कांफ्रेंस के मीडिया प्रमुख डॉ.पुनीत कुमार द्विवेदी (महानगर अध्यक्ष) और सह-प्रमुख श्री कृष्णपाल सिंह यादव (मालवा प्रांत कार्यालय मंत्री) ने बताया कि देशभर के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों से मेडिकल एवं डेंटल के लगभग 500 विद्यार्थी इस सम्मेलन में सहभागिता दर्ज कर रहे हैं। VIDEO! बीच सड़क कुर्सी डाल छलकाए जाम, देखने वालों के उड़े होश अपनी अदाओं का हर किसी को दीवाना बना रही नेहा पेंडसे आपने कभी नहीं देखा होगा भूमि का ऐसा अवतार, हर कोई हो रहा है घायल