जयपुर: राजस्थान पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते (ATS) ने सोशल मीडिया के जरिए व्यक्तियों को राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के आरोप में प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े एक 22 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ATS ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया गया था। ATS के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौड़ ने कहा कि ATS को एक गुप्त सूचना मिली थी, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से मोहम्मद सोहेल भिश्ती के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का संकेत मिला था। जवाब में, ATS की एक टीम को तुरंत कार्रवाई के लिए भीलवाड़ा भेजा गया। जांच के दौरान, सोहेल भिश्ती को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भड़काने और राष्ट्र विरोधी कार्यों को प्रोत्साहित करने में शामिल पाया गया। राठौड़ ने कहा कि, प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के साथ उसके जुड़ाव के सबूत भी मिले। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। क्या है PFI का खतरनाक प्लान, 7 सूत्रीय एजेंडा आया सामने:- बता दें कि, PFI स्लीपर सेल पर पूरे देश में जांच एजेंसियों की तरफ से डाले गए कई छापों से यह पता चलता है कि कट्टरपंथी संगठन ने सरकारी एजेंसियों से बचने और अपने एजेंडे को फैलाने के लिए कई अलग-अलग नाम से विंग लॉन्च कर रखे हैं। PFI ने सरकारी एजेंसियों के चंगुल से बचने के लिए कई छोटे-छोटे संगठन बना रखे थे। इन छोटे संगठनों के जरिए वह मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थित स्कूलों, कॉलेजों और मदरसों में बड़ी तादाद में भर्ती अभियान चलाया जा रहा है। कई जगह मदरसों में मुस्लिम बच्चों को हिंसा का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इन लोगों पथराव करने और कराटे की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। एजेंसियों को छापेमारी के दौरान मिले ‘इंडिया विज़न 2047’ नामक डॉक्यूमेंट को PFI ने अपने कैडर के बीच आंतरिक रूप से प्रसारित किया है। उसका लक्ष्य ‘कायर हिंदुओं’ पर पूरी तरह से हावी होना और उन्हें अपने अधीन करना है। उसका कहना है कि, यह लक्ष्य तब ही हासिल किया जा सकता है, जब PFI के पीछे 10 फीसद मुस्लिम एकजुट हों। उसका मानना है कि, यदि 10 फीसद मुस्लिम भी उसके साथ आ गए, तो कायर हिन्दुओं को घुटने पर ले आएंगे। 1-सोशल वर्क के नाम पर धन जुटाना और देश विरोधी प्रचार करना 2-मुस्लिम बहुल इलाकों में स्कूल, कॉलेज, मदरसों को जहर फ़ैलाने के लिए इस्तेमाल करना 3-मुस्लिम युवाओं को हिंसा करने, पत्थरबाज़ी करने आदि की ट्रेनिंग देना 4-कट्टरपंथी विचारों के प्रसार के लिए भर्तियां करना 5-अलग-अलग विंग के जरिए सरकारी एजेंसियों को चकमा देना 6- SC/ST और OBC को बाकी हिन्दुओं के खिलाफ भड़काना 7-50% मुस्लिम साथ आते ही बलपूर्वक सत्ता पर कब्जा करना यह भी खुलासा हुआ है कि PFI अपनी बैठक में कट्टरपंथ और हिंसा फैलाने का प्रशिक्षण देता है। पत्थर फेंकने से लेकर घर की छत पर पत्थर जमा करने तक PFI की बैठकों में सिखाया जाता है। इसके साथ ही PFI, लोगों को भीड़ में जुटना, फिर लोगों को भड़काकर दंगा फैलाने का भी प्रशिक्षण देता है। पूछताछ में यह भी पता चला है कि दक्षिण भारत में 200 से ज्यादा आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। PFI का मकसद गरीब, भिखारी और प्रताड़ित मुस्लिम युवाओं को टारगेट करना है। इन लोगों को दिमाग में हिंदू विरोधी जहर भरकर उनका ब्रेनवॉश करना भी शामिल है। साथ ही, PFI 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के प्लान पर भी काम कर रहा है, इसके लिए वो SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काकर 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर काम कर रहा है। हाकफोर्स और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़, विस्फोटक सामग्री हुई बरामद 'सत्र छोटा है, लेकिन बेहद मूल्यवान है..', विशेष सत्र से पहले पीएम मोदी ने दे दिया बड़ा संकेत, सदन में आज क्या होगा ? किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, पूरे यूपी में 30,000 से अधिक सौर फोटोवोल्टिक सिंचाई पंप स्थापित करेगी योगी सरकार