हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधते हुए उस पर काफी तीखा प्रहार किया है. आरएसएस प्रमुख ने आज रविवार को कहा कि 'कांग्रेस मुक्त भारत' एक राजनीति का नारा है, ना कि संघ की भाषा का हिस्सा है. आपको बता दे कि आरएसएस हमेशा से ही सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी का समर्थक रहा है. आये दिन भारतीय जनता पार्टी इस प्रकार के नारे का इस्तेमाल चुनावे गतिविधियों में करते रहती हैं. मोहन भगवत ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा है कि मुक्त शब्द का इस्तेमाल राजनीति में किया जाता है, और यह शब्द या नारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) में सम्मिलित नही है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यह बातें एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि ‘‘ये राजनीतिक नारे हैं. यह आरएसएस की भाषा नहीं है. मुक्त शब्द राजनीति में इस्तेमाल किया जाता है. हम किसी को छांटने की भाषा का कभी इस्तेमाल नहीं करते.'' मोहन भगवत ने कहा कि हमें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सभी लोगों को शामिल करना है, उन लोगों को भी जो लोग हमारा विरोध करते हैं. यहां भी मोहन भगवत ने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा. संघ प्रमुख भागवत 1983 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी ध्यानेश्वर मुलेकी छह पुस्तकें लांच करने के लिए यहां उपस्थित थे. एक और बीजेपी सांसद सरकार के खिलाफ मायावती को भरना पड़ा 1.68 करोड़ रुपये का बिजली बिल उत्तर प्रदेश में बदला शराब बिक्री का समय