मोहन भागवत ने दुनिया को सुरक्षित बनाने का दिया मंत्र

गोरखपुर : रविवार को गोरखपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारत और दुनिया को पूरी तरह सुरक्षित बनाने का मंत्र देते हुए धर्म के रास्ते पर चलने की सलाह देकर कहा कि जब तक भारत में धर्म और संस्कृति बची है इसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. धार्मिक पत्रिका 'कल्याण' के पूर्व संपादक एवम प्रसिद्ध समाजसेवी हनुमान प्रसाद पोद्दार के 125 जयंती वर्ष पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि भगवान ने भारत को दुनिया की सुरक्षा और उत्थान के लिए नियुक्त किया है.

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को एक बार फिर धर्म की आवश्यकता है. भारत के उत्थान का रास्ता धर्म ही है. पूजा और सम्प्रदाय इसके भाग हैं. सर्वधर्म सम भाव को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के सम्प्रदायों और पूजा पद्धतियों को मान्य करके भी धर्म चल सकता है. ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया’ का सिद्धांत सबको जोड़कर, सबकी उन्नति सुनिश्चित हुए विविधता में एकता का संदेश देता है. इसमें विविधता सुरक्षित रहती है.भागवत ने कहा कि भारत में जब तक धर्म और संस्कृति बची है इसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. यदि धर्म-संस्कृति का लोप हो गया तो कोई बचा भी नहीं सकता.

अपने उद्बोधन में पाकिस्तान का नाम लिए बगैर सीमा पर चल रही गोलाबारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गोलाबारी रोकी जाती है, जवाब दिया जाता है और कभी-कभी अंदर घुसकर जवाब दिया जाता है लेकिन क्या इसे सुरक्षा कहेंगे. जब सुरक्षा करनी पड़ती है तो आप सुरक्षित हो क्या? आप तो ऐसे बनो कि जो टकराए वो चूर-चूर हो जाए. संगोष्ठी के विषय ‘युगदृष्टा महामानव भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार’ के बारे में उन्होंने कहा कि भाईजी से उनका कभी सम्पर्क नहीं हुआ लेकिन गीता प्रेस द्वारा पहुंचाई गई संस्कृति प्रवाह से कोई अछूता नहीं है. भाईजी ने पुस्तकों में लिखी अच्छाई को जी कर दिखाया. आपने सस्ती और अच्छी धार्मिक पुस्तकें देश -विदेश में पहुंचाने के लिए गीता प्रेस की जमकर प्रशंसा की.

भागवत ने इस मौके पर गौरक्षा पर भी सवाल उठाया. गायों के कटने पर उन्होंने कहा कि सभी गाएं चोरी से तो नहीं आती. कुछ लोग कुछ रुपयों के बदले कटने के लिए बेच देते हैं. गोरक्षा, सिर्फ कानूनों से नहीं होगी. समाज को जागरूक होना पड़ेगा. इसके पूर्व आरएसएस प्रमुख ने दोपहर में गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर बाबा गोरक्षनाथ और ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ की समाधि के दर्शन किए. इसके बाद सांसद योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात हुई. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक अनौपचारिक बातचीत हुई. आपने सर्जिकल स्ट्राइक पर टिप्पणी करने से मना कर दिया.

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