छतरपुर : मध्य प्रदेश में एक महिला जेड प्लस सिक्योरिटी वाला सुरक्षा घेरा तोड़कर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के पास पहुंच गई और उन्हें एक ज्ञापन सौंपने की कोशिश की. संघ प्रमुख भागवत को टीकमगढ़ जिले में नौकरियां पक्की ना किए जाने पर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगो से रूबरू होना पड़ गया थे, इस दौरान एक महिला कमांडो के नजदीक पहुंची और अचानक सुरक्षा घेरा तोड़कर संघ प्रमुख के पास जा पहुंची. खबर के अनुसार इस दौरान भागवत ने महिला से रुकने के लिए कहा लेकिन वह नहीं मानी और ज्ञापन देने लगी. संघ प्रमुख ने ज्ञापन ना लेते हुए कहा कि वह नेता नहीं हैं. स्थानीय पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्त हिदायत के बाद छोड़ दिया. महिला के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी मगर पूछताछ में महिला ने बताया कि उसे संघ प्रमुख के सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर जानकारी नहीं थी. महिला का कहना है कि उसका मकसद सिर्फ ज्ञापन सौंपना था. छतरपुर पहुंचे मोहन भागवत ने कहा, राम मंदिर का निर्माण इच्छा नहीं संकल्प है.’ मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के मऊसहानियां में महाराजा छत्रसाल की 52 फुट ऊंची प्रतिमा के अनावरण समारोह में भागवत ने आगे कहा, ‘राम मंदिर का निर्माण सिर्फ इच्छा नहीं, संकल्प है. राम मंदिर बनाने वालो को कुछ ना कुछ करना होगा. राम मंदिर निर्माण कब होगा मूल प्रश्न यही है, इस निमित्त हमें अपने आप को तैयार करना होगा. राम मंदिर बनने के लिए समय अनुकूल है, इसलिए राम मंदिर बनाने वालों को राम जैसा बनना पड़ेगा. आरएसएस का जागृत हिन्दू महासंगम राजस्थान में इस कारण दत्रात्रेय होसबोले की अनदेखी हुई आरएसएस में जानिए आरएसएस की चुनाव प्रणाली