मंदिर-मस्जिद के बीच हो रहे निर्माण पर चला मोहन सरकार का बुलडोजर

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक बार फिर मोहन सरकार का बुलडोजर एक्शन देखने को मिला। यह कार्रवाई प्रसिद्ध चामुंडा माता मंदिर के पास स्थित मस्जिद के करीब हो रहे अवैध निर्माण पर की गई। नगर निगम ने हिंदू संगठन की शिकायत के पश्चात् अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।

कैसे शुरू हुआ मामला? यह मामला तब सामने आया जब हिंदू जागरण मंच ने नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन को शिकायत दी। शिकायत में बताया गया था कि चामुंडा माता मंदिर और मस्जिद के बीच दुकानों और गोदाम का अवैध निर्माण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने भी इस अवैध निर्माण को हटाने की मांग की। संगठन के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने अवैध निर्माण को लेकर आपत्ति व्यक्त की तथा इसे तुरंत हटाने की मांग की। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।

जांच के बाद हुई कार्रवाई शिकायत मिलने के पश्चात् नगर निगम के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची तथा अवैध निर्माण की जांच की। मौके पर पहुंचकर उन्होंने पाया कि शिकायत सही है। विवेक पुरोहित नाम के व्यापारी द्वारा यह अवैध निर्माण कराया जा रहा था। तहकीकात के चलते नगर निगम की टीम ने पाया कि गोदाम और दुकानों का निर्माण नियमों के खिलाफ किया जा रहा था। साथ ही 5 फीट बाय 47 फीट एवं 21 फीट बाय 27 फीट का अवैध निर्माण स्थल पर पाया गया. नगर निगम ने विवेक पुरोहित को पहले भी कई बार नोटिस जारी किए थे, किन्तु निर्माण कार्य जारी रहा।

शिकायत के आधार पर नगर निगम ने तुरंत कार्रवाई का फैसला लिया। नगर निगम की अतिक्रमण हटाने वाली टीम ने जेसीबी मशीनों की सहायता से अवैध निर्माण को गिराना शुरू किया। कार्रवाई के चलते सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। स्थानीय प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती।

इस अवैध निर्माण के खिलाफ स्थानीय लोगों और हिंदू जागरण मंच ने आवाज उठाई थी। उन्होंने प्रशासन पर दबाव बनाया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले को उठाया। स्थानीय लोगों का कहना था कि यह अवैध निर्माण धार्मिक स्थलों के समीप होने के कारण असंवैधानिक है। हिंदू जागरण मंच ने कहा: "यह अवैध निर्माण धार्मिक सौहार्द और कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता था। अगर इसे समय पर नहीं हटाया जाता तो हम आंदोलन करने पर मजबूर हो जाते। हम प्रशासन के त्वरित एक्शन का समर्थन करते हैं।"

निगम की सख्ती पर प्रशासन का बयान नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शहर में अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। धार्मिक स्थलों के आसपास किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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