बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ एक महिला और उसके दो बच्चों का बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया। इस जघन्य अपराध के पीछे प्रेम प्रसंग को कारण माना जा रहा है। मामले में मुख्य आरोपी मोख्तार अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की तहकीकात में सामने आया कि मोख्तार का भाई आरिफ झारखंड की एक नाबालिग लड़की से प्रेम संबंध में लिप्त था। इसी कारण वह अपने घर पैसे नहीं भेज रहा था, जिससे मोख्तार नाराज था। गुस्से में उसने लड़की, उसकी मां एवं उसके भाई का क़त्ल कर दिया। पुलिस को शुक्रवार, 15 नवंबर 2024 को बलरामपुर के दहेजवार क्षेत्र में एक बंद पड़े ईंटों के प्लांट से तीन मानव कंकाल मिले। ये कंकाल 36 वर्षीय कौशल्या, उसकी 17 वर्षीय बेटी मुस्कान एवं 6 वर्षीय बेटे मिंटू के थे। तीनों 27 सितंबर से लापता थे। कंकालों के पास साड़ी, सलवार और पैंट भी बरामद हुए। पुलिस ने जब तहकीकात आरम्भ की, तो पता चला कि मुस्कान का आरिफ नामक व्यक्ति से प्रेम संबंध था। आरिफ बलरामपुर के कुसमी इलाके में ठेकेदारी करता था तथा अक्सर कौशल्या के घर आता-जाता था। पुलिस को कौशल्या और आरिफ के बीच चैट और कॉल डिटेल्स भी मिलीं। इन्हीं सुरागों के आधार पर पुलिस आगे बढ़ी और मामले का खुलासा हुआ। मोख्तार अंसारी ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि कुछ वक़्त पहले उसके पिता को सांप ने काट लिया था, जिसके कारण उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी। मोख्तार के भाई आरिफ ने पिता के उपचार के लिए पैसे नहीं भेजे, जिसका दोष मोख्तार मुस्कान और उसके परिवार को देता था। गुस्से में आकर उसने तीनों को खत्म करने की योजना बनाई।27 सितंबर को मोख्तार ने कुसमी जाकर कौशल्या, मुस्कान एवं मिंटू को झांसा दिया और उन्हें बलरामपुर ले आया। वहां, उसने उन्हें दहेजवार इलाके के एक सुनसान झोपड़ी में रखा। रात में जब तीनों सो रहे थे, उसने कुल्हाड़ी से वार कर उनका क़त्ल कर दिया। तीनों के शवों को उसने पास के पानी भरे खेत में फेंक दिया। तीनों शव कई दिनों तक खेत में पड़े रहे। सुनसान इलाका होने की वजह से शवों की दुर्गंध ज्यादा नहीं फैली। 15 नवंबर को खेत का मालिक फसल काटने पहुंचा, तो उसने कंकाल देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस तहकीकात में सामने आया कि कौशल्या के पति सूरजदेव ठाकुर ने पत्नी और बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही दर्ज कराई थी तथा आरिफ का नाम लिया था। हालांकि, पुलिस ने मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं की। लापरवाही के आरोप में कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जयसवाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मोख्तार को 5 दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस हत्या में किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका की भी जांच कर रही है। शवों की पहचान की पुष्टि के लिए सैंपल लैब भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट 10-15 दिनों में आने की उम्मीद है। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर किसने किया हमला? छिड़ा सियासी घमासान तिरुपति मंदिर में VIP कोटा ख़त्म..! अब श्रद्धालुओं को 2 घंटे में मिलेंगे दर्शन 'डरी हुईं हैं मुस्लिम महिलाएं, बुर्का हटाकर उनकी चेकिंग न हो..', EC से बोली सपा