नईदिल्ली। देश के कुछ क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से लोग अच्छी बारिश की आस में तरह तरह के जतन करने में लगे हैं। तो दूसरी ओर उत्तराखंड में जोरदार बारिश से भूस्खलन और अन्य परेशानियाॅं बनी हुई हैं। हालात ये हैं कि क्षेत्र में जोरदार बारिश के चलते करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र में 6 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं पहाड़ों पर होने वाली बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 293 मीटर से भी अधिक पर पहुॅंच गया। हालात ये रहे कि टिहरी में स्थिति गंभीर हो गई है। टिहरी बांध से पानी छोड़ने के पहले नदियों के क्षेत्र में अलर्ट जारी करने के लिए कहा गया है। बाढ़ के हलात में टिहरी बांध से करीब 560 क्यूसेक पानी आमतौर पर छोड़ दिया जाता है। यह जल तेजी से लगभग 4 घंटे में देवप्रयाग की ओर चला जाता है। तो दूसरी ओर 9 घंटे में ऋषिकेश चला जाता है। अगले 11 घंटे में तो यह पानी हरिद्वार तक पहुॅंच जाता है। गंगा के बेल्ट में अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। मछुआरों समेत अन्य लोगों को चेतावनी जारी कर दी गई है। बारिश के दौर में अक्सर उत्तराखंड की अलकनंदा नदी में बाढ़ की स्थिति आ जाती है। केदारनाथ में इस नदी को मंदाकिनी कहा जाता है। उत्तरकाशी से भागीरथी मिलकर गंगा का रूप ले लेती है। जो कि तेजी से अपने मैदान की ओर आती है। लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से निचले स्तर से हटने के लिए और अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। उत्तराखंड जल विद्युत् निगम ने कई पदों पर निकाली भर्ती उत्तराखंड में खाद्यान्न सब्सिडी लाभार्थियों के बैंक खाते में जाएगी बारिश से उत्तराखंड बेहाल, 48 घंटे बाद खुला गंगोत्री नेशनल हाईवे