नई दिल्ली: आज से आरंभ हो रहे मानसून सत्र में विपक्ष सरकार को कोरोना महामारी, कृषि कानूनों पर किसानों का विरोध, ईंधन के दाम में वृद्धि और टीकाकरण रणनीति सहित कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है. लोकसभा की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 17वीं लोकसभा का छठा सत्र 19 जुलाई से आरंभ होगा. सरकारी कामकाज की अत्यावश्यकताओं को देखते हुए सत्र के 13 अगस्त को ख़त्म होने की संभावना है. वहीं उच्च सदन की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 19 जुलाई को सदन की बैठक बुलाई है और सत्र 13 अगस्त तक जारी रहेगा. असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद ये संसद का पहला सत्र होगा. गत वर्ष मानसून सत्र सितंबर में शुरू हुआ था और शीतकालीन सत्र कोरोना महामारी के कारण आयोजित नहीं किया गया था. संसदीय कार्य मंत्रालय के मुताबिक, मानसून सत्र की 19 बैठकों के दौरान 29 विधेयकों और 2 वित्तीय मदों समेत 31 सरकारी कामकाज पर विचार किया जाएगा. अध्यादेशों के स्थान पर छह विधेयक लाए जाएंगे. निचले सदन की बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक होगी. स्पीकर ने बारी-बारी से मंत्रियों की ओर से सवालों के जवाब देने के लिए दिन भी आवंटित किए हैं. आरबीआई ने कहा- "मौद्रिक संचरण में कई कारक अभी भी इसमें बाधा..." विदेशी निवेशकों ने जुलाई में अब तक भारतीय बाजारों से निकाले 4,515 करोड़ रुपये रिपुन बोरा ने लिखी PM मोदी को चिट्ठी, इन्हे बताया बांग्लादेशी नागरिक