नई दिल्ली: मुस्लिम समुदाय के पवित्र माह रमज़ान की शुरुआत हो गई है, देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा ए हिंद और अन्य उलेमाओं ने बुधवार को एलान करते हुए कहा कि गुरुवार से रमज़ान माह कि शुरुआत हो रही है. पहला रोज़ा गुरुवार से रखा जाएगा. चाँद दिखने के बाद ये फैसला लिया गया है, इमारत-ए-शरिया हिंद के सचिव मुइजुद्दीन ने बताया है कि रूयत-ए-हिलाल कमेटी और इमारत-ए-शरीया हिंद ने एक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के कई हिस्सों में बुधवार रात चांद दिखने पर यह फैसला सुनाया है. फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा है कि उत्तर भारत में मौसम ख़राब होने से यहाँ चाँद तो नहीं दिखा लेकिन दक्षिण भारत में चाँद दिखने की तस्दीक को मान कर हमने भी गुरुवार से रमज़ान शुरू होने का एलान कर दिया है. यह एलान होते ही देश कि सभी मस्जिदों में एलान कर दिया गया है कि मुस्लिम समुदाय गुरूवार से अपने रोज़े की षुरूआआत कर सकते हैं. पवित्र माह रमज़ान शुरू होते ही मस्जिदों में रमजान की विशेष नमाज तराहवी भी शुरू हो गई, इस नमाज़ में क़ुरान शरीफ सुनाई जाती है. इस बार रमज़ान के साथ एक दिलचस्प तथ्य और जुड़ गया है, वो ये कि भारत और खाड़ी देशों में रमज़ान एक साथ शुरू हो रहे हैं, ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है. अमूमन खाड़ी देशों में रमजान का ऐलान होने के एक दिन बाद भारत के हिस्सों में रोजे शुरू होते हैं लेकिन इस बार भारत, सऊदी अरबिया और अन्य खाड़ी देशों में एक साथ रमज़ान का आग़ाज़ हुआ है. Ramzan 2018 - रमज़ान में रोज़े के लिए बनाएं स्वादिष्ट हलीम Ramzan 2018 - रमजान में ऐसे बचा जा सकता है डीहाइड्रेशन से Ramzan 2018 - चाँद के दीदार के साथ होगा रमज़ान का आगाज़