बेंगलूरु: लॉकडाउन के वजह से कर्नाटक सूचना आयोग ऑफिस में कामकाज ठप पद गया है. छह महीने के दौरान इस ऑफिस में सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत दिए 22 हजार से ज्यादा आवेदनों को निपटारा नहीं किया गया है. इसके अलावा कोरोना वायरस के डर से इस ऑफिस में अब आवेदन देनेवालों के आंकड़े में भी भारी गिरावट आ गई है. इस विभाग के ज्यादातर अफसरों को कोरोना नियंत्रण कार्यों लगाए जाने के वजह से ऑफिस में अब सिर्फ गिने चुने अफसर बचे है. अफसरों की कमी बताते हुए आवेदनों का निपटारा नहीं हो पा रहा है. कोरोना लॉकडाउन के 51 दिन में यह ऑफिस बंद ही था, उसके पश्चात अनलॉक के अलग-अलग चरणों में भी इस ऑफिस में अभी तक कोई गतिविधि दिखाई नहीं आ रही है. बता दें की कर्नाटक सूचना आयोग के आयुक्त एनसी श्रीनिवास के अनुसार कोरोना लॉकडाउन के समय ऑफिस बंद होने से लंबित आवेदनों का आंकड़ा बढ़ा है. अनलॉक के दौरान कई केसों की ऑनलाइन सुनवाई कर आयोग ने निर्णय सुनाया है. आगामी दिनों में ज्यादा आवेदनों का ऑनलाइन निपटारा संभव हो इसलिए तकनीकी सुधार का प्रस्ताव भेजा दिया गया है. इसके बाद बड़ी तादाद में आवेदनों का निपटारा ऑनलाइन ही हो पाएगा. अभी तक आयोग में तीन सौ से ज्यादा आवेदन दे चुके सूचना अधिकार कार्यकर्ता पुट्टस्वामी गौड़ा के मुताबिक पच्चीस मार्च से कर्नाटक सूचना आयोग का ऑफिस में सूचना के अधिकार के तहत दिए गए आवेदनों की सुनवाई नहीं हो रही है. कोरोना लॉकडाउन के बहाने से प्रशासनिक अफसर ऐसे आवेदनों का निपटारा नहीं कर रहे हैं. आवेदनों का ऑनलाइन निपटारा हो सकता है लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है. यूपी: पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़, एक को लिया हिरासत में हिमाचल प्रदेश: कोरोना महामारी के दौरान टला मंत्रीमंडल विस्तार इंदौर: भाजपा सांसद शंकर लालवानी के परिवार के दो लोग निकल कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप