संयुक्त राष्ट्र. विश्व में चार करोड़ से अधिक लोग अभी भी गुलामों वाला जीवन जी रहे हैं. इसके लिए मानव तस्कर बहुत हद तक जिम्मेदार है. अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के अनुसार विश्व के करोड़ों लोग जबरन मजदूरी और गुलामी जैसी स्थितियों में काम कर रहे हैं और इसके पीछे वैश्विक स्तर पर मानव तस्करों के गिरोह हैं जो लोगों को जबरन दूसरे देशों में ले जाकर उन्हें नारकीय जीवन के लिए मजबूर कर रहे हैं. संरा के अनुसार मानव तस्करी एक बहुत संगठित अपराध है और इसमें महिलाओं और बच्चों को दूसरे देशों से लालच देकर , बहका कर या जबरन लाया जाता है. महिलाओं और बच्चियों को वेश्यावृति के दलदल में धकेल दिया जाता है और उम्रदराज महिलाओं और पुरूषों से जबरन मजदूरी कराई जाती है या फिर उनके शरीर के अंगों को निकाल लिया जाता है. इस समय विश्व में मानव तस्करी अवैध गतिविधियों में शुमार हो चुका है और इसकी गुपचुप कार्यप्रणाली से कोई यह पता नहीं लगा पाता कि इसके शिकार कौन हैं. इसी समस्या से निपटने के लिए आई एल ओ के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र कुछ दिशा निर्देशों को जारी करने के अंतिम चरण में हैं ताकि विमानों में कार्यरत लोगों को यह बताया जा सके कि इस संकट में फंसे लोगों की किस तरह पहचान की जाए. चीन: बर्फीले तूफान से 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित टोरंटो हवाई अड्डे पर आपस में टकराए दो विमान कुतिया ने कायम कि वफादारी की मिसाल