रांची: देश भर कांग्रेस पार्टी की हालत कमज़ोर हो गई है, देश के तमाम राज्यों में से सिर्फ पंजाब, पुडुचेरी और कर्नाटक में ही कांग्रेस की सरकार है, उसमे भी गठबंधन है. कांग्रेस अब अपना अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही है. झारखण्ड में भी हालात कुछ इसी तरह के हैं, जिससे निपटने के लिए कांग्रेस में बड़े पैमाने पर संगठनात्मक बदलाव होने जा रहा है. कांग्रेस अब लगभग एक दर्जन जिला कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों को बदलने का विचार कर रही है. बताया जा रहा है कि दिल्ली स्थित कांग्रेस के मुख्यालय में भी इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है, साथ ही जोनल कमेटियों से भी राय मशविरा किया जा चुका है. जिन जिला कमेटियों के अध्यक्ष बदले जाने की संभावना है उसमें राची महानगर, रामगढ़, पलामू, गढ़वा, हजारीबाग, जामताड़ा, धनबाद, साहिबगंज, सरायकेला-खरसावा, गुमला आदि शामिल हैं. जबकि सिमडेगा और लोहरदगा में फिलहाल कार्यकारी अध्यक्ष हैं, उनके स्थान पर पूर्णकालिक जिलाध्यक्ष की तैनाती के बारे में विचार किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार जो तीन साल का टर्म पूरा कर चुके हैं या बतौर जिलाध्यक्ष उनका प्रदर्शन औसत अथवा असंतोषजनक रहा है, सिर्फ उन्ही जिलाध्यक्षों को बदलाव की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. इसके लिए झारखण्ड के कांग्रेस अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने अपने हिसाब से रूप रेखा तैयार कर ली है. क्योंकि झारखण्ड में विधान सभा चुनाव होना बाकि हैं, जिसमे कांग्रेस के लिए बेहतर प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी अजय कुमार के कन्धों पर है. फ़र्ज़ी दस्तावेजों पर लाखों का लोन, दंपत्ति गिरफ्तार करोड़ों रु का बैंक चोर हसन चिकना गिरफ्तार झारखण्ड: मौसम विभाग की चेतावनी, 4 दिन तक आंधी-बारिश