क्या अपने कभी देखा है की संगीत अपने आप बजने लगा हो.आप यही सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है.पर यह सच है मोरक्को के रेगिस्तान में ऐसी बहुत सारी जगह है जहा अपने आप संगीत बजता रहता है.जबकि ऐसे रेगिस्तानी इलाको में जहा किसी इंसान का रहना मुश्किल होता है. वह संगीत सुनाई देना किसी आश्चर्य से कम नहीं है. यहां से गुजरने वाले लोगों का मानना है कि शायद यहां भूत-प्रेत रहते हैं, जो राहगीरों को डराते हैं. ऐसा न जाने कितने दशकों से चला आ रहा है. मगर कभी भी कोई इसकी सही वजह नहीं ढूंढ पाया. रेगिस्तान में इस तरह संगीत सुनाई देने की वजह वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाली है. लैब में लंबे समय तक हुए परीक्षणों के बाद पाया गया कि रेगिस्तान में बने रेत के टीलों के नीचे जब रेत खिसकती है तो इस दौरान होने वाली वाइब्रेशन से यह संगीत पैदा होता है. इसके लिए रेत के कणों का आकार भी जिम्मेदार है. कणों का आकार और रेत के खिसकने की गति उस संगीत बजने का मुख्य कारक हैं. हवा के बहने पर ये सभी प्रक्रियाएं वातावरण में संगीत की ध्वनि के रूप में फैल जाती हैं. कहीं रेत का घनत्व ज्यादा होता है, कहीं हवा के कारण रेत तेजी से खसकती है, इन कारणों से अलग-अलग संगीत की धुनें निकलती हैं. जाने क्या है कन्या कुमारी की कहानी