फ़िल्में बनना साल 1913 मे शुरू हुई और जो सबसे पहली फिल्म बनाई गई वह फिल्म केवल चलचित्र से भरी थी क्योंकि वह एक मूक फिल्म थी, उस फिल्म में कोई आवाज नहीं थी. इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद भी किया था और इस फिल्म का नाम था राजा हरीश्चंद्र. इस फिल्म के बाद भारत में फ़िल्में बनने लगी और लगातार फ़िल्में बनती गई. कहा जाता है कि पहले की फिल्मों में सभ्यता होती थी, संस्कार भरे होते थे, पहले फ़िल्में बहुत शानदार और पारिवारिक होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है. दुनिया में पहले की फिल्मों को संस्कारी कहा जाता है लेकिन अब की फिल्मों को अश्लील. पहले सिनेमा जगत में अश्लीलता नहीं थी केवल पारिवारिक दृश्य होते थे और बहुत कम ऐसे सीन जो असहज हो लेकिन अब हर फिल्म में लगातार ऐसे दृश्य होते है जो हम परिवार के साथ नहीं देख सकते. दुनिया में आजकल केवल नग्नता भरी है और लोग वहीँ देखना भी पसंद करते है. अगर आप भी यहीं सब सोचते है तो आपकी सोच बिलकुल गलत है क्योंकि पहले भी कई ऐसी फिल्में बनी हैं जिनमे नग्नता, कामुक सीन्स दिखाए गए हैं और उन सबका सबूत है शशि कपूर का यह सीन, जो उन्होंने फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली हो गई' दिया था. इस फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया था और इस फिल्म ने काफी अच्छी कमाई भी की थी. यह फिल्म 25 July 1985 में आई थी और इस फिल्म में बहुत से ऐसे दृश्य थे जो कामुक थे, हालाँकि उस समय भी सीन्स को लेकर काफी विवाद हुए थे लेकिन फिर भी फिल्म हिट गई थी और फिल्म ने एक्टर और एक्ट्रेस दोनों को हिट कर दिया था. आज भी वैसा ही है कुछ बदला नहीं है लेकिन लोगों की सोच बदलती जा रही है. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' को लेकर भी काफी हड़कंप मचा लेकिन फिल्म हिट रही और अच्छी कमाई की. अगर लोग मानते है कि फिल्मों में अश्लीलता, नग्नता और फूहड़ता कुछ समय पहले से शुरू हुई है तो यह गलत है, बल्कि यह तो कई समय से चली आ रही हैं. टॉपलेस हो पूनम पांडेय ने ऐसे खुद को दिखाया फिट फिल्म 'धड़क' का मुंबई पुलिस ने बनाया मजाक बुरे वक़्त में इरफ़ान को मिला किंग खान का बड़ा सहारा