गुजरात में कोविड महामारी की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। आलम ये है कि गुजरात में प्रकाशित होने वाले अखबारों में शोक संदेशों के आंकड़ों में निरंतर बढ़ोतरी होती जा रही हैं। गुजरात के सौरष्ट्र के अख़बार में बीते कुछ दिनों से 16 पन्नों के अख़बार में 6 से 7 पन्ने शोक संदेश और श्रद्धांजलि के संदेश से भरे हुए होते हैं। गुजरात में रुपाणी गवर्नमेंट से मौत के आंकड़ों को लेकर बार-बार प्रश्न खड़े हुए हैं। जिसमें कि सरकारी आंकड़ों और हकीकत में बहुत अंतर् है। गुजरात सरकार द्वारा कोरोना के केसों और मौत का आंकड़ा कम बताया जा रहा है। जबकि अब तक सबसे अधिक, सिर्फ भावनगर में एक दिन में 200 से ज्यादा शोकसंदेश अखबार में छपे हैं। जंहा इस बात का पता चला है कि जोकि बीते माह तक सिर्फ 20 से 30 के मध्य होते थे। शोकसंदेश में परिवार वालों के नाम के साथ ये भी लिखा जाता है कि इस वर्तमान हालात की वजह से किसी भी तरह की सामाजिक क्रिया नहीं रखी गयी है। मिली जानकारी के अनुसार गुजरात में अगर कोविड के केस की बात की जाए तो बीते 24 घंटे में 11800 जितने केस दर्ज हुए हैं। जबकि ठीक होने वालों की तादाद 14000 के आसपास है। जंहा कोविड के कारण से मौत की बात की जाए तो सरकारी आंकड़ों के अनुसार 119 लोगों की जान चली गई है। हालांकि खुद सीएम विजय रुपाणी से जब मौत के सरकारी आंकड़े कम होने पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा था कि प्रत्येक मौत को कोविड से होने वाली मौत के आंकड़ों में नहीं गिना जाता है। नेशनल हाईवे पर हुआ बड़ा हादसा, 3 बच्चे सहित 11 लोग हुए घायल हिंद महासागर में गिरा चीनी रॉकेट से मलबा, हुआ ये हाल अचानक गाँव में कोरोना संक्रमितों के घर जा पहुंचे सीएम योगी, दवा और सवास्थ्य के बारे में ली जानकारी