1- हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए, पर “माँ “अकेली ही काफी है, बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए..!! 2- हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है 3- माँ ना होती तो वफ़ा कौन करेगा, ममता का हक़ भी कौन अदा करेगा, रब हर एक माँ को सलामत रखना, वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा. 4- ये जो सख्त रास्तों पे भी आसान सफ़र लगता हैं ये मुझ को माँ की दुआओं का असर लगता हैं एक मुद्दत हुई मेरी मां नहीं सोई तबिश, मैंने एक बार कहा था के मुझे डर लगता हैं..!! 5- माँ से रिश्ता कुछ ऐसा बनाया जिसको निगाहों में बिठाया जाए रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसा की वो अगर उदास हो तो हमसे भी मुस्कुराया न जाये 6- बच्चों को खिलाकर जब सुलादेती है माँ, तब जाकर थोडा सा सुकोन पाती है माँ, प्यार कहते हैं किसे ? और ममता क्या चीज़ है ?, कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी गुज़र जाती है माँ, चाहे हम खुशियों में माँ को भूल जाएँ , जब मुसीबत सर पर आती है तो याद आती है माँ. 7- कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती, सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती, माँ-बाप ऐसे होते हैं दोस्तों जो ज़िन्दगी में फिर नहीं मिलते, खुश रखा करो उनको फिर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती. 8- “माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी, खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी, कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना, एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी!! 9- माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ, थक गया हूँ मुझे अपने आँचल में सुलाओ, उँगलियाँ फेर कर बालों में मेरे, एक बार फिर से बचपन की लोरियाँ सुनाओ 10- आँख खोलू तो चेहरा मेरी माँ का हो आँख बंद हो तो सपना मेरी माँ का हो मैं मर भी जाऊं तो भी कोई गम नहीं लेकिन कफ़न मिले तो दुपट्टा मेरी माँ का हो!!