रांची: झारखंड के गढ़वा जिले में लापरवाही का बड़ा मामला प्रकाश में आया है. जहां पर सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मेढना गांव में एक महिला ने बिल्ली को मारने के लिए दूध में जहर मिला दिया था. वो दूध बिल्ली ने तो नहीं पिया, मगर महिला की संतान ने पी लिया. जहर मिला दूध पीने से 12 वर्षीय बच्चे की हालत खराब होने लगी परिवार के लोग बच्चे को गोद में लेकर सदर अस्पलात पहुंचे. डॉक्टर बच्चे का उपचार कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि बच्चे की स्थिति पहले से बेहतर है. सदर अस्पलात लाने में थोड़ी देर हो जाती तो स्थिति और बिगड़ सकती थी. इस घटना के बाद बच्चे की मां ने बताया कि उनके घर में बिल्ली काफी तंग कर रही थी. बार-बार नुकसान हो रहा था बिल्ली को मारने के लिए उसने दूध में चूहा मारने वाली दवा मिलाकर रख दी थी. किन्तु उस दूध मेरा बेटा ही पी लेगा इसका बारे में मेरे ख्याल में भी नहीं आया था. महिला ने बताया कि घर में उसने किसी को नहीं बताया था कि उसे दूध में जहर मिला दिया है. उसका बेटा बाहर से खेलकर आया और उसने बगैर पूछे दूध पी लिया और उसकी तबियत बिगड़ गई. डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा अब खतरे से बाहर है. वहीं इस लापरवाही से गांव के लोग हैरान हैं, गांव वालों का कहना है कि इस घटना से हर किसी को सबक लेना चाहिए. बच्चा अब ठीक है, किन्तु ये चूक परिवार को जीवनभर का जख्म दे सकती थी. जिले में सिविल सर्जन डॉक्टर दिनेश सिंह ने कहा कि लोगों इस तरह की लापरवाही न करें. यदि बच्चे को अस्पताल लाने में थोड़ी भी देर जाती तो उसकी जान पर बन जाती. घरों में लोग कीटनाशक दवा न रखें. यमन सरकार ने प्रवासी निरोध केंद्र में आग की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की ओडिशा के सिमलीपाल जंगल में 10 दिन से भड़क रही आग, खतरे में की दुर्लभ जानवर 15 अगस्त तक बना सकती है biz अनुपालन के लिए नई योजना