इस बात से दुनिया का हर शख्स वाकिफ हैं कि माँ के बिना मानव जीवन की कल्पना नही की जा सकती हैं. भगवान दुनिया में हर जगह मौजूद नहीं रह सकते है, इसीलिए शायद उन्होंने माँ की रचना की हैं. आज मदर्स डे है, यह दिन हर साल मई माह के दूसरे रविवार को मनाया जाता हैं. इस बार यह दिन आज आया हैं. आइए जानते है इस अवसर पर आज माँ के बच्चे के प्रति त्याग के बारे में. मदर्स डे माँ मातृ दिवस हर बच्चे के लिए अपनी माँ को खुश रखने का शानदार दिन होता हैं. वैसे तो हर दिन माँ को खुश रखना चाहिए. लेकिन इस दिन ख़ास कर बच्चों को माँ को कुछ यादगार पल देने चाहिए. इस दिन बच्चे अपनी माँ को सम्मान और प्यार देने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. इस बात से इंकार करना कतई गलत नही होगा कि माँ से ज्यादा आपको कोई और प्यार कर सके. बच्चे के लिए इस बात की कल्पना भी करना गलत होगा. माँ प्रकृति की एक ऐसी रचना हैं, जिसने भगवान को भी सोने के लिए गोद दी हैं. माँ के आगे भगवान का कद भी छोटा हैं. भगवान पूरी दुनिया को अपने भीतर समेटे हुए हैं. लेकिन माँ एक ऐसी रचना हैं, जिसने भगवान को भी अपने दामन में समेटा हैं. माँ के बिना मानव जीवन पूर्णतः अधूरा हैं. बच्चा कितना भी बड़ा क्यों न हो जाए लेकिन वह हमेशा अपनी माँ के लिए बच्चा ही होता हैं. माँ और बच्चों का रिश्ता दुनिया का सबसे अद्भुत रिश्ता होता हैं. एक माँ बच्चे का जीवन होती है या यूं कहे कि एक माँ बच्चे की जान होती हैं. वो माँ ही होती हैं जो हमें चलना सिखाती हैं... बोलना सिखाती हैं...खाना सिखाती हैं...प्यार सिखाती हैं....जीवन की हर मुश्किल से लड़ना सिखाती हैं...वो माँ ही होती हैं जो खुद भूखी रहकर भी हमें पेट भर खिलाती हैं....वो माँ ही होती हैं जो खुद फटी साड़ी पहनकर हमें कपड़े दिलाती हैं...वो माँ ही होती हैं दोस्तों जो खुद अनपढ़ रहकर हमें दुनिया का सबसे दुर्लभ ज्ञान सिखाती हैं....वो माँ ही होती हैं जो दर-दर की ठोकरें खाकर हमें दफ्तर का मालिक बनाती हैं. आज मदर्स डे (मातृ दिवस) के पवित्र अवसर पर संसार की सभी माओं को शत-शत नमन और इस पवित्र दिवस की बहुत सारी शुभकामनाएं 14 मई का इतिहास : संसार की सबसे अद्भुत रचना माँ को समर्पित है आज का दिन मां के त्याग और समर्पण की दास्ताँ है फिल्म 'मदर इंडिया' MOTHER DAY SPECIAL : जानिए अपनी माँ के जन्म माह से उनका स्वभाव