नेपाल में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट दुनिया भर में अपनी उचाई से काफी प्रचलित है. और इसी कारण से माउंट एवरेस्ट पर जाने वाले पर्वतारोहियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. लेकिन इसके साथ ही यहाँ पर कचरे के ढेर का भी काफी इजाफा हो रहा है धीरे-धीरे माउंट एवरेस्ट कचरे के ढेर में तब्दील होती जा रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार पर्वतारोहण से माउंट एवरेस्ट पर जाने वाले धनी पर्वतारोहियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और यह माना जा रहा है कि यह पर्वतारोही वहां के पर्यावरण का कोई लिहाज नहीं रख रहे हैं. इस मामले में सागरमाथा प्रदूषण नियंत्रण समिति की रिपोर्ट के अनुसार साल 2017 में नेपाल के पर्वतारोहियों ने करीब 25 टन कचरा और 15 टन मानवीय अपशिष्ट अपने साथ नीचे लेकर आए. पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट के 8,848 मीटर के लंबे थकान भर देने वाले मार्ग में अपने टेंट, खाली गैस सिलिंडर, बेकार हो चुके उपकरण और यहां तक कि मानवीय अपशिष्ट को भी वहीं छोड़ आते हैं. इस बारे में 18 बार एवरेस्ट की चढ़ाई करनेवाले पेम्बा दोरजे शेरपा ने कहा कि , “यह बहुत बुरा है और आंखों में चुभता है.” बता दें कि पहाड़ पर टनों की मात्रा में कचरे पड़े हैं. एवरेस्ट पर चढ़नेवालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दुनियाभर में मानी जाती है ऐसी अजीब यौन प्रथाएं तालिबान,अफगानिस्तान संघर्षविराम आगे बढ़ा नरेंद्र मोदी से क्यों मिलना चाहते है चार राज्यों के मुख्यमंत्री