मुंह में सफाई न होने से हमारी पूरी सेहत पर असर हो सकता है और सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं मुंह की सेहत पर असर डाल सकती हैं. यहां तक कि मसूड़ों की लंबी बीमारी वाले मरीजों को दिल के रोगों का गंभीर खतरा रहता है. मुंह की सेहत और दिल के रोग आपस में जुड़े हुए हैं, क्योंकि शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में बैक्टीरिया रक्त के साथ फैल सकता है. हड्डियों को क्षति हो सकता है और संक्रमण फैल सकता है, मुंह के संक्रामक तत्व संक्रामक एंडोकारडिटिस का कारण भी बन सकते हैं. दिल के रोगों का एंडोकारडिटिस के गंभीर खतरे से संबंध काफी हद तक जुड़ा होता है. मसूंड़ों के संक्रमण के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया रक्त में शामिल हो जाते हैं, जहां ये रक्त वाहिनियों से जुड़ जाते हैं और दिल के रोग होने का खतरा बढ़ा देते हैं. अगर आपके मसूड़ों में सूजन नजर न भी आए फिर भी अनुचित दांतों, मुंह की सफाई और जमा मैल आपको मसूड़ों के रोग के खतरे में डाल सकती है. ध्यान रखें ये बातें 1-मसूड़े लाल, सूजन और छूने में दर्द हो. 2-खाने, ब्रश करने, फलॉसिंग के समय मसूड़ों से खून आना. 3-दांतों और मसूड़ों में पस या संक्रमण के कुछ और संकेत मिलना. 4-मसूड़ों के दांतों से दूर खिंचे होना. 5-मुंह से लगातार दरुगध आना और स्वाद खराब होना. 6-दांतों का कमजोर महसूस होना और उनमें ज्यादा दूरी लगना. फिट रहने के लिए करे उबली हुई सब्जियों का सेवन गले की ख़राश में फायदेमंद है कालीमिर्च और तुलसी का सेवन जानिए क्या है सोते वक़्त मुह से लार निकलने के कारन