मुख्य कलाकार: संदीपा धर, अनुरित्ता के झा, कुमार सौरभ, जयहिंद कुमार आदि. निर्देशक: सैय्यद अहमद अफजाल निर्माता: न्यू एज सिनेमा रेटिंग: 2/5 कहानी बॉलीवुड के निर्देशक सैय्यद अहमद अफजाल की ‘बारात कंपनी’लखनऊ के युगलों की प्रेम कहानी है. ठेके पर जबरन दूसरों की शादी करवाने वाले ईमान सिंह यानी इम्‍मु व दिल्‍ली से वहां लौटी महक के बीच की. ईमान अपनी टोली के दोस्त दिलजला, जैक्‍सन और रानी के सहयोग से वैसी शादियों को अंजाम देता है. इम्‍मु का वह पुश्‍तैनी काम है. इसमें उसके दद्दा की खुली छूट है. महक अपनी जिगरी सहेली यास्मिन मिर्जा की शादी भगाकर करवाने के लिए लौटी है. यास्मिन के भाई महताब ने वह रोकने का जिम्‍मा इम्‍मु को दिया है. वह वैसा कर भी देता है. वहां महक के प्रबल विरोध से वह प्रभावित हो जाता है. वह महक को दिल दे बैठता है. इस हकीकत के बावजूद कि दोनों की अलग जगहों पर शादियां तय हैं. महक अपने दवंद का हल तलाश पाने में नाकाम है कि वह मंगेतर अभय से किया वादा तोड़ इम्‍मु के साथ जाए या नहीं. फिर क्या कुछ होता है, उन सिलसिलों को कहानी की शक्‍ल देते हुए अफजाल ने एक रोमांटिक कॉमेडी गढ़ी है. निर्देशन फिल्म के निर्दशक सैय्यद अहमद अफजाल है जिन्होंने फिल्‍म में लखनऊ के लहजे और नफासत का पुट दर्शाया है. मुख्‍य किरदारों के साथ-साथ सहयोगी भूमिकाएं भी रोचक बनाने की भरसक कोशिश की गई है. दिलजला व रानी अपने भावों से आवश्‍यक हास्य पैदा करने में सफल हुए हैं. बाकी किरदार दिल छूते-छूते रह गए हैं. स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस बात करे फिल्म 'बारात कंपनी’ के कलाकारों के अभिनय के बारे में तो बता दे कि, संदीपा धर, अनुरित्ता के झा, कुमार सौरभ, जयहिंद कुमार ने ठीकठाक अभिनय को दर्शाया है. तो वही फिल्म में दिलजला के रोल को कुमार सौरभ व रानी की भूमिका को जयहिंद कुमार ने स्‍तरीय बनाया है. दरअसल रोमांटिक कॉमेडी जॉनर बदलते हुए परिवेश में अपनी जमीन तलाश रहा है. इसके बाद भी फिल्म के पटकथा के ढीलेपन से बात नहीं बन पाई है. देखें या नहीं अगर आप नवयुगल कलाकार संदीपा धर, अनुरित्ता के झा, कुमार सौरभ, जयहिंद कुमार के अभिनय व फिर से एक प्रेम कहानी को देखना चाहते है तो फिल्म को एक बार देख ही लीजिये. पहलाज निहलानी बने रहेंगे सेंसर बोर्ड के 'संस्कारी अध्यक्ष' बर्थडे स्पेशल: साऊथ से लेकर बनारस तक रहा 'धनुष' का इंद्रधनुषी रंग....