भोपाल : एमपी में हो रहे मुंगावली और कोलारस के विधान सभा उप चुनाव बहुत ही रोचक मोड़ पर पहुँच गए हैं. चुनाव आयोग द्वारा अशोक नगर कलेक्टर को हटाने के बाद यह चुनाव ज्यादा ही हाई प्रोफ़ाइल बन गया है. भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए यह उप चुनाव करो या मरो वाली स्थिति में आ गए हैं. यह सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश में किसानों की नाराजी के बीच गुजरात में विधान सभा चुनाव में हार से बाल -बाल बची और राजस्थान के तीनों उप चुनाव हार चुकी बीजेपी के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.इसलिए पार्टी पूरी ताकत से एकता से चुनाव लड़ रही है.जबकि कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया को सामने रख कर यह चुनाव लड़ रही है. उल्लेखनीय है कि आगामी 24 फरवरी को होने वाले मतदान के पूर्व अंतिम दिनों में भाजपा के अलावा कांग्रेस की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, सुरेश पचौरी, प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे. कांग्रेस द्वारा अंतिम दिन कमलनाथ की अगुआई में एक रोड शो किया जाना भी प्रस्तावित है. देखना यह है कि आखिर यह चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा. यह भी देखें शिवराज सिंह चौहान चुनाव प्रचार जोरों पर कोलारस-मुंगावली महज उपचुनाव नहीं रहे