भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से जुड़े और लम्बे समय तक विवादों में घिरे व्यापमं घोटाला मामले में अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुश्किलें बढ़ सकती है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाल ही में इस मामले में विशेष न्यायालय में एक मुकदमा दर्ज करवाया है। विधानसभा चुनाव 2018 : सुप्रीम कोर्ट आज करेगी कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कल (बुधवार) को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत कई अन्य अधिकारीयों पर व्यापमं कांड से जुडी एक एक्सेल शीट में फेरबदल करने का आरोप लगते हुए विशेष न्यायालय में एक मुकदमा दर्ज करवाया है। इस मुक़दमे में उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और कई अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक 27,000 हजार पन्नों का परिवाद दायर किया है। गठबंधन टूटने पर बोली मेहबूबा, अपने वादों पर नहीं टिकी बीजेपी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष न्यायालय ने इससे जुडी सुनवाई के 22 सितंबर 2018 की तिथि नियत की है। इसके साथ ही विशेष न्यायालय पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सामन भेज कर कहा है कि वे इस तिथि से पहले न्यायालय में उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज करे। आपको बता दें कि इस विशेष न्यायलय का गठन व्यापम घोटाले से जुड़े मामलों के लिए ही किया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई विशेष न्यायालय के न्यायाधीश सुरेश सिंह द्वारा की जायेगी। ख़बरें और भी त्रिपुरा के मुख्‍यमंत्री बिप्‍लव देव की हत्‍या की साजिश रच रहे है म्‍यांमार के ड्रग तस्‍कर पीएम बनते ही आंध्र प्रदेश को दिलाऊंगा विशेष दर्जा : राहुल गांधी तीन तलाक़ अध्यादेश: कांग्रेस का आरोप, पीड़िता महिलाओं के मुआवजे के लिए क्या किया सरकार ने