एमपी : इस वजह से सात डॉक्टर और तीन नर्सों के खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज

कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए कोरोना वारियर्स हर संभव कोशिश में जुटे हुए. इसी दौरान मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के सात डॉक्टर और तीन नर्सों के खिलाफ बिना किसी सूचना के ड्यूटी से नदारद रहने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. नरसिंहपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव कार्य में जानबूझकर नदारद रहने वाले डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पुलिस को निर्देश दे दिए गए हैं.

इस बारें में नरसिंहपुर के एसपी डॉ. गुरु करण सिंह ने बताया कि नदारद चिकित्सकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. अपराध सिद्ध होने पर छह माह से तीन साल तक की सजा हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिविल सर्जन ने कलेक्टर को अवगत कराया था कि कुछ डॉक्टर और स्टाफ बिना अनुमति के ही अनुपस्थित हैं. उनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं, जिससे आपातकालीन चिकित्सा प्रभावित हो रही है.

बता दें की कलेक्टर ने इसी आधार पर इन चिकित्सकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए. इसी बीच कलेक्टर ने आठ डॉक्टरोंके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जबलपुर के कमिश्नर रविंद्र कुमार मिश्रा को भी पत्र लिखा है.

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