इंदौर : उचित दाम की मांग को लेकर हड़ताल से शुरू हुए किसान आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है. मंदसौर किसान आंदोलन की हिंसा में पुलिस फायरिंग में 6 लोगो की मौत हो गई. अब हिंसा की लपटे देवास जिले में भी उठने लगी है. आंदोलनकारियो ने देवास हाईवे को चक्काजाम कर बड़ी गाडियों में तोड़फोड़ की. साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही साथ घटना को कवर करने पहुचे मीडियाकर्मियों से भी मारपीट की गई. प्रशासन द्वारा कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई. रतलाम, नीमच, मंदसौर और उज्जैन में पूरी तरह से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई. बता दे कि मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानो के शवों को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया गया. मंदसौर के बारखेड़ा इलाके में लोगो ने पुलिस पर फिर से पथराव शुरू कर दिया. लोगो से बात करने पहुंचे मंदसौर के डीएम के साथ धक्कामुक्की की गई. यहाँ तक कि जिला कलेक्टर के कपडे तक फाड़ दिए.,लोगो को आक्रोशित देख कलेक्टर को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. मृतक किसानो के शव को तिरंगे में लपेटकर किसानो ने अंतिम विदाई थी. वही इलाके के हालात को देखकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. वही खबर है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी मंदसौर पहुंचेंगे. कांग्रेस ने एमपी बंद का ऐलान किया है. किसानो की मौत के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने हिंसा में मारे गए 6 किसानो के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा देने की घोषणा की है. गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. साथ ही मृतक किसानों के परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए मंदसौर की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि घायलों के इलाज की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी. साथ ही साथ सीएम चौहान ने किसानों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि वे किसी के बहकावे में ना आएं. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि किसान भाइयों की सभी वाजिब मांगें मान ली गई हैं और आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. शिवराज ने कहा, 'मेरी सरकार किसानों की सरकार है. हमारी सरकार ने सदैव किसानों के हित में आगे बढ़कर कार्य किए हैं. सीएम चौहान ने कांग्रेस पर इस आंदोलन को हिंसक बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसानों के इस आंदोलन को राजनीतिक रंग देने में लगी हुई है. प्रदेश का सबसे बड़ा मुआवजा : किसान आंदोलन हिंसा में मारे गए किसानो के परिजनों को 1 करोड़ की मुआवजे की घोषणा मध्यप्रदेश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी मुआवजा राशि है. अभी तक प्रदेश में कही भी मुआवजे की इतनी बड़ी रकम नहीं दी गई. समाजवादी पार्टी देगी 2 -2 लाख : मंदसौर किसान आंदोलन में अब सियासत गरमा गई है. सापा ने हिंसा में मारे गए किसानो के परिजनों को दो-दो लाख रुपए देने का ऐलान किया है. इलाके में कर्फ्यू : हिंसा में किसानो की मौत के बाद पुरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. मंदसौर जिले के दलौदा में मंगलवार को किसानों ने फिर उग्र प्रदर्शन किया, जिसमे दो बसों और एक टेम्पो में तोड़फोड कर आग लगा दी गयी. इस दौरान हुई फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई.