स्कूल फीस विवाद: स्कूल शिक्षा मंत्री के बंगले तक पैदल मार्च निकालेंगे अभिभावक

भोपाल: मध्यप्रदेश में कोरोना संकट अभी कम नहीं हुआ है और इसी बीच स्कूल भी खुल चुके है। इन सभी के बीच भी निजी और सीबीएसई स्कूलों का अधिक फीस लिए जाने का मामला रुका नहीं है। अब आज यानी शुक्रवार को इसी मामले को लेकर बड़ी संख्या में अभिभावक अपनी मांगों को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले तक पैदल मार्च निकालने वाले हैं।

हाल ही में इस मामले के बारे में अभिभावक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष कमल विश्वकर्मा ने बात की है। उनका कहना है कि, राज्य सरकार एवं उच्च न्यायलय की गाइड लाइन एवं आदेशों को ताक पर रखा जा रहा है। इसके अलावा महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल विश्वकर्मा ने यह भी बताया है कि राज्य सरकार एवं उच्च न्यायलय की गाइड लाइन एवं आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उनके अनुसार ट्यूशन फीस के अलावा सभी मदों को फीस में जोड़कर अभिभावकों से वसूल की जा रही है, साथ में लेट फीस भी जोड़ी जा रही है। उनका कहना है इसे लेकर अभिभावक ने जिला शिक्षा अधिकारी से बात की लेकिन वह बात सुनने को तैयार ही नहीं है। इसी के कारण आज हम सभी को अपने हक के लिए सड़कों पर आना पड़ रहा है।

आइए बताते हैं पूरा मामला - इस पूरे मामले के बारे में बात करें तो आप सभी को याद ही होगा कि कोरोना संकटकाल में सात महीने से स्कूल बंद थे। वहीं उसके बाद नई गाइडलाइन में कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक की क्लास को शुरू किये जाने का निर्णय लिया गया। इनके अलावा बाकी क्लास को इस सत्र में नहीं लगाए जाने के निर्देश जारी किये गए। इसी बात को लेकर फीस वसूलने का विवाद हाईकोर्ट पहुंच गया जिसके बाद आदेश देते हुए कोर्ट ने निजी स्कूल संचालकों को पहले से तय सिर्फ ट्यूशन फीस लिए जाने के निर्देश जारी किए। इस बारे में सरकार ने भी आदेश जारी किए थे। अब इस पूरे मामले में अभिभावकों का कहना है कि स्कूल खुलने के कारण अब स्कूल संचालक ट्यूशन फीस में लेट फीस जोड़कर वसूली कर रहे हैं।

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