भोपाल: मध्यप्रदेश में इन दिनों बारिश ने आतंक मचाया हुआ है। कुछ जिलों में बारिश जोरों से हो रही है तो कुछ जिलों में बारिश केवल नाम के लिए हो रही है। अब हाल ही में जो मामला सामने आया है उसमे पुल न होने से एक गर्भवती महिला को खाट पर नदी पार कराकर अस्पताल ले जाना पड़ा लेकिन सुविधा के अभाव में बच्चे की मौत हो गई। इस मामले के बारे में बीत बुधवार को स्थानीय निवासियों ने कहा कि, 'प्रसव पीड़ के बाद गर्भवती को छिंदवाड़ा जिले में उफनती नदी के बीच से एक खाट पर अस्पताल ले जाना पड़ा और सुविधा के अभाव में जन्मे बच्चे को बचाया नहीं जा सका।' पूरे मामले के बारे में बात करें बीते मंगलवार को दमुआ प्रखंड के टेकधना गांव के पास हुई। यह इलाका छिंदवाड़ा लोकसभा के अंतर्गत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व पहले कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख कमलनाथ करते थे। इसी गांव के पूर्व सरपंच दिलीप बटके का कहना है कि, 'स्थानीय लोग लंबे समय से भंडवा नदी पर पुल की मांग कर रहे लेकिन मांग अब तक पूरी नहीं हुई है जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।' बीते मंगलवार को गांव की 24 साल की पिंकी को प्रसव पीड़ा हो रही थी और बारिश के कारण नदी उफान पर थी। इस वजह से कुछ ग्रामीणों ने उसे खाट पर बिठाकर नदी के उस पार स्थित अस्पताल ले जाने का फैसला किया। सभी ने अपने कंधे पर खाट पकड़कर नदी पार की। इस मामले के बारे में बटके ने कहा कि जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित टेकाढाना हर साल बारिश के मौसम में टापू में बदल जाता है। बताया जा रहा है यहाँ रहने वाले लोग लंबे समय से नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। वहीं दिलीप बटके ने डॉक्टर के हवाले से कहा, 'बच्चे को नहीं बचाया जा सका क्योंकि महिला को गंभीर हालत में देर से अस्पताल लाया गया था। महिला को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।' दुनिया के सबसे 'पॉपुलर लीडर' बने पीएम नरेंद्र मोदी दोबारा लौटी गोपी बहू और कोकीलाबेन की जोड़ी, ट्रोल होने पर कही यह बात केंद्र के बाद तेलंगाना का दावा- ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई कोई मौत...