विदिशा: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से हाल ही में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जी दरअसल यहां एक पिता (प्रदीप) ने अपनी 2 साल की बच्ची के सामने बीते रविवार देर रात फांसी लगा ली। इस पूरे मामले को कोतवाली थाना अंतर्गत बक्सर क्षेत्र का बताया जा रहा है। यहाँ मृतक की पहचान 38 वर्षीय प्रदीप अहिरवार के रूप में हुई है। बताया जा रहा है व्यक्ति 12 घंटे से ज्यादा समय से फांसी पर लटका रहा था और इतने ही समय में उसकी 2 साल की मासूम बेटी रोनक उसी घर में अकेली रोती-बिलखती रही। बीते कल यानी रविवार सुबह जब मृतक के भाई घर पहुंचे और दरवाजा नहीं खुला तो उनके मन में शंका हुई। वहीं उन्हें लगातार बेटी रौनक की आवाज आती रही, ऐसे में भाई ने खिड़की से झांक कर देखा तो प्रदीप फांसी के फंदे पर झूल रहा था। यह सब देख परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। मृतक प्रदीप के भाई ने यह सब देखने के बाद इस बारे में सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस टीम की मौजूदगी में मोहल्ले वालों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा गया और मासूम बच्ची को बाहर निकाल मृतक के शरीर को फंदे से उतारा गया। बताया जा रहा है फांसी और 2 साल की मासूम बच्ची के रात भर अकेले घर में होने की खबर सुनकर पूरा मोहल्ला हैरान है। इस पूरे मामले में मृतक के चाचा ने बताया कि 'मई महीने में प्रदीप की पत्नी किरण की कोरोना के कारण मौत हो गई थी, उसी के बाद से प्रदीप अकेला पड़ गया। वह मासूम बच्ची के साथ वह घर में अकेला रहता था।' पुलिस का कहना है खेती किसानी का काम करने वाले प्रदीप ने मासूम बच्ची के पालन और पत्नी की जुदाई से परेशान होकर इतना बड़ा कदम उठाया, हालाँकि अब भी पुलिस इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। महाराष्ट्र: ऐसा हुआ झगड़ा कि पत्नी ने ले ली पति की जान निकाह का झांसा देकर मदरसे की छात्रा के साथ दुष्कर्म करता था मौलवी, गर्भवती होने पर किया ये काम 'इंग्लिश वाली मेम पटवा दे, या तू पट जा...', छात्राओं को ऐसे मैसेज भेजने वाला टीचर निखिल जोस गिरफ्तार