भोपाल : जनवरी का पहला सप्ताह आज बीत चुका है लेकिन इसके बाद भी अब तक ठंड का पता नहीं है। इस समय उत्तर भारत के पहाड़ों पर लगातार भारी बर्फबारी हो रही है और हालात ऐसे हैं कि वहां पहाड़ों पर बर्फ की मोटी चादर सी बिछी हुई है। अब हाल ही में मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि, 'वर्तमान में भी एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच में सक्रिय है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदला हुआ है। वातावरण में नमी होने के कारण बादल छाए हुए हैं और कहीं-कहीं बरसात भी हो रही है।' आप सभी को हम यह भी बता दें कि मौसम का मिजाज मध्‍य प्रदेश में 11 जनवरी तक ऐसा ही रह सकता है। 11 जनवरी के बाद बादल छंट सकते हैं क्योंकि हवा का रुख उत्तरी होने लगेगा। बताया जा रहा है सर्द हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट हो सकती है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने हाल ही में बताया है कि, 'वर्तमान में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके असर से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है।' यह भी बताया जा रहा है कि, 'एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) कर्नाटक से गुजरात होकर महाराष्ट्र तक बनी हुई है। इन दो सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदला हुआ है। साथ ही अरब सागर में एक चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के कारण मिल रही नमी से मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बादल बने हुए हैं। इससे कही-कहीं बरसात भी हो रही है।' वहीँ मौसम विज्ञानियों का कहना है अभी दो दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के बाद 11 जनवरी से बादल छंट सकते हैं। MP पशुपालन विभाग ने बताया इस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं अंडे और चिकन, नहीं होगा खतरा अब 20 भाषाओं में उपलब्ध होगा केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम, सरकार का बड़ा फैसला MP: अब नहीं पत्थरबाजों की खैर, तैयार हो रहा है नया कानून