वायरलैस श्रेणी की सेलुलर तकनीक ऐसी तकनीक है जिससे एक स्थान पर मौजूद व्यक्ति कहीं दूर स्थित व्यक्ति से बेहद आसानी से चर्चा कर सकता है। इस तकनीक को कई निजी कंपनियों ने अपनी स्कीम्स से नए आयाम दिए हैं। टेलिकम्युनिकेशन के क्षेत्र में जिओ कम समय में ही बेहद लोकप्रिय ब्रांड बन गया है। रिलायंस इंडस्ट्री के इस डिजिटलाईज़ड कम्युनिकेशन उत्पाद को सफल बनाने में रिलायंस के अधिकारियों, कर्मचारियों का योगदान रहा है। साथ ही कंपनी के प्रमुख अनिल अंबानी के कार्य में लगे रहने का परिणाम है। जिस धीरूभाई अंबानी ने अपने विज़न, मेहनत और लगन से रिलायंस जैसी कंपनी प्रारंभ की। उसे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी ने अपनी मेहनत और लगन से एक बड़े उद्योग समूह में परिवर्तित कर दिया। मुकेश अंबानी का जन्म आज ही के दिन सन् 1957 में 19 अप्रैल को यमन में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अबाय मोरिस्चा स्कूल में हुई थी। उन्होंने कैमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि प्राप्त की। वे स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एमबीए की पढ़ाई करने के लिए गए मगर उन्होंने अध्ययन छोड़ दिया। मुकेश अंबानी ने 1981 में रिलायंस को संभाला। मुकेश अंबानी अपना विज़न लेकर आए और फिर कंपनी को पाॅलिएस्टर फाइबर और पैट्रोकैमिकल के कारोबार में नए आयाम दिए। वे अपने उद्योग में तकनीक को भी लेकर आए। आॅयल रिफाइनरी के माध्यम से उन्होंने ओएनजीसी जैसी नवरत्न कंपनियों को तक टक्कर दी। उन्होंने गुजरात में विश्व की सबसे बड़ी पैट्रोलियम रिफायनरी की स्थापना की इसकी क्षमता 660 हजार बैरल प्रतिदिन आंकी गई है। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्री में मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच उद्योगों का विभाजन पिता अनिल अंबानी की मृत्यु के बाद हो गया था। मगर आज भी रिलायंस एक मजबूत उद्योग समूह है। मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी ने तो अपनी लगन व प्रतिभा के दम पर उद्योग समूह को आगे बढ़ाया है लेकिन मुकेश अंबानी ने उद्योग समूह को आधुनिकता के साथ अपनाया है। मोबाईल नेटवर्क में सबसे सस्ती इंटरनेट सुविधा देकर उन्होंने क्रांति ला दी। उनके योगदान को लेकर उपयोगकर्ताओं ने कहा जियो मुकेश जिओ। उनके परिवार में पत्नी नीता अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों का ध्यान रखती हैं। मुकेश अंबानी के तीन बच्चे आकाश, ईशा और अनंत हैं। लो आया jio का धन धना धन ऑफर ! Idea 4G का धमाकेदार ऑफर जिओ के नये ऑफर पर हुई एयरटेल को आपत्ति !