मुंबई: देश के रईस कारोबारी मुकेश अंबानी के समधी और पीरामल ग्रुप के चीफ अजय पीरामल ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) का अधिग्रहण कर लिया है. यह सौदा 34250 करोड़ रुपए में हुआ है. इसमें कैश और नॉन कंवर्टिबल डिबेंचर दोनों शामिल है. रिपोर्ट के अनुसार, इस डील के लिए पीरामल ग्रुप ने 14700 करोड़ रुपए का नकद भुगतान किया है. इसके साथ ही 19550 करोड़ रुपए का डिबेंचर 10 वर्षों के लिए 6.75 फीसदी की दर पर जारी किया गया है. बैंकिंग क्षेत्र के लिए यह काफी अच्छी खबर है. बैंकों का बैड लोन इससे घटेगा और लिक्विडिटी में सुधार होगा. फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में IBC यानी इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड के तहत यह प्रथम सफल रिजॉल्यूशन है. वैल्यु के लिहाज से भी यह अब तक का सबसे बड़ा रिजॉल्यूशन है. इस सौदे में DHFL के लेंडर्स और क्रेडिटर्स को कुल 38000 करोड़ रुपए मिलेंगे. इसमें पीरामल ग्रुप से 34500 करोड़ रुपए और DHFL के नकद बैलेंस का 3800 करोड़ रुपए शामिल है. बताया जा रहा है कि इस रिजॉल्यूशन के पूरा होने की वजह से DHFL के क्रेडिटर्स को 46 फीसदी कर्ज की रिकवरी हो जाएगी. अब कंपनी का नाम DGFL की जगह PCHFL (पीरामल कैपिटल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड) हो जाएगा. बता दें कि DHFL के पूरे देश में 301 शाखाएं हैं और इसके साथ 2338 कर्मचारी अभी भी काम कर रहे हैं. देश के 24 राज्यों में इसके 10 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं. इसका नाम भारत की टॉप हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में आता है. इस कंपनी के अधिग्रहण के साथ ही हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में पीरामल ग्रुप की पकड़ और मजबूत हो जाएगी. 10111 रुपये सस्ता बिक रहा सोना, चांदी में 19000 रुपए की भारी गिरावट अब विदेश से सीधे डिजिटल वॉलेट में पैसे मंगा सकेंगे Paytm यूज़र्स 1 अक्टूबर से बदलेंगे कई बड़े नियम