'बयान देना आतंकवाद नहीं, लेकिन गला काटना आतंकवाद..', नूपुर शर्मा पर बोले नकवी

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री, मुख़्तार अब्बास नकवी ने देश में जारी नूपुर शर्मा विवाद और कट्टरपंथ को लेकर खुलकर अपनी राय रखी है। नकवी ने उदयपुर की वीभत्स घटना को लेकर कहा है कि, ये जो घटना उदयपुर में हुई या कहीं और हुई, वो बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है। हम ये नहीं कहते हैं कि मुद्दा नूपुर शर्मा का है। नूपुर शर्मा ने क्या कहा, इसे किसी ने जस्टीफाई नहीं किया, मगर इसका ये मतलब नहीं है कि आप किसी का गला काट देंगे।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, ये कोई इस्लामिक मुल्क नहीं है, ये हिन्दुस्तान है ये एक धर्मनिरपेक्ष देश है। हम नूपुर के बयान को जस्टीफाई नहीं कर रहे हैं। लेकिन, गला काट देना आतंकवाद है और बयान देना तो आतंकवाद नहीं है। लाशें बेगुनाह के सामने डाल देना आतंकवाद है। मैं नूपुर को जस्टीफाई ना करते हुए कह रहा हूं कि जो उसने कहा वो सरासर गलत है। कोई उसको स्वीकार नहीं कर सकता है, मगर ये भी तो नहीं हो सकता है कि आप गले पर गले काटते जाएं।

उन्होंने याद दिलाया कि, आप हिजाब हॉरर हंगामा भूल गए क्या ? हिजाब हॉरर हंगामा एक सुनियोजित तरीके से किया गया था और उस हिजाब हॉरर हंगामे में कौन कूदता है, अलकायदा कूदता है, तालिबान कूद जाता है और मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा और तरक्की पर ताला जड़ने का प्रयास करता है। ऐसे में हमारे देश के लोग भी उस विवाद में कूद जाते हैं। हमारे देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी (कांग्रेस) के दो नेता सबसे पहले कूदते हैं कि कोई कुछ भी पहने बिकनी पहने, ये पहने, वो पहने, उसको पहनने दो।

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