लखनऊ: कुख्यात गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर से जुड़े एक मामले में 10 साल जेल की सजा सुनाई है और उस पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। मुख़्तार के सहयोगी सोनू यादव को 5 साल की सजा के साथ 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अंसारी के वकील लियाकत ने अधिक अनुकूल परिणाम की उम्मीद करते हुए मामले को उच्च न्यायालय में अपील करने का इरादा व्यक्त किया है। बता दें कि, कल एमपी-एमएलए कोर्ट के जज अरविंद मिश्रा ने मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर मामले में दोषी पाया था और आज कोर्ट ने सजा का ऐलान कर दिया है। 2005 से जेल में बंद मुख्तार ने मामले में अपनी संलिप्तता की कमी बताते हुए सजा पर निराशा व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि, यह गैंगस्टर मामलों में मुख्तार अंसारी को लगातार तीसरी बार सजा सुनाई गई है, जिसमें पहले भी कांग्रेस नेता अवधेश राय और भाजपा नेता कृष्णानंद राय की हत्या के मामलों में सजा सुनाई गई थी। अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर का मामला शुरू में अप्रैल 2009 में कपिल देव सिंह हत्याकांड और नवंबर 2009 में मीर हसन हमले के मामले में दर्ज किया गया था। हालांकि अंसारी को प्राथमिक मामले में बरी कर दिया गया था, लेकिन अदालत ने उसे गैंगस्टर एक्ट मामले में दोषी पाया। जिसका 120बी के षड़यंत्रकारी आरोप से कोई संबंध नहीं था। मुख़्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास भी जेल में :- बता दें कि, मुख़्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी ने 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस अफसरों और अन्य अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा था कि, 'मेरी अखिलेश यादव जी से बात हो गई है, उन्हें मैंने कह दिया है कि, यूपी में (सपा की) सरकार बनने के बाद किसी भी अधिकारी का तबादला या पोस्टिंग नहीं की जाएगी, पहले उनका हिसाब-किताब किया जाएगा। उसके बाद ही किसी का ट्रांसफर या पोस्टिंग की जाएगी।' बताया गया था कि, अब्बास उन अफसरों को धमका रहे थे, जिन्होंने उनके माफिया पिता मुख़्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की थी, सपा की सरकार बनने के बाद उन पुलिसकर्मियों का हिसाब-किताब किया जाना था। लेकिन, राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी और मनी लॉन्डरिंग के आरोप में खुद अब्बास अंसारी जेल पहुँच गए और इसके बाद जेल में अब्बास को मोबाइल और अन्य सामग्री देने के आरोप में उनकी पत्नी निखत की गिरफ़्तारी हुई थी। मुख़्तार अंसारी और कांग्रेस:- बता दें कि, अब्बास अंसारी के पिता माफिया मुख़्तार अंसारी के कांग्रेस के साथ पुराने पारिवारिक संबंध रहे हैं, गैंगस्टर के दादा मुख़्तार अहमद अंसारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। और 10 साल तक देश के उपराष्ट्रपति रहे हामिद अंसारी, मुख़्तार के चाचा हैं। बता दें कि, हामिद अंसारी पर भी उपराष्ट्रपति रहते समय RAW एजेंट्स की जान खतरे में डालने के आरोप लगे थे। कांग्रेस से इन्ही संबंधों का नतीजा था कि, पंजाब की कांग्रेस सरकार ने मुख़्तार को अपनी जेल में रोके रखने के लिए हर संभव कोशिश की थी। बाद में पता चला था कि, पंजाब सरकार मुख़्तार को जेल में VIP ट्रीटमेंट दे रही थी। पंजाब की AAP सरकार में मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दावा किया था कि, पूर्व की कांग्रेस सरकार ने मुख़्तार को जेल में VIP ट्रीटमेंट दिया और 55 लाख रुपए सुख-सुविधाओं पर खर्च किए, ये पैसा चुकाने से पंजाब की AAP सरकार ने साफ़ इंकार कर दिया है। बता दें कि, मुख्तार पंजाब की जेल में 2 साल 3 महीने तक बंद रहे, मुख़्तार को पंजाब में रोके रखने के लिए कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट तक केस लड़ा। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मुख्तार को यूपी की बांदा जेल में शिफ्ट किया गया। बता दें कि मुख़्तार अंसारी पर हत्या, लूट, अपहरण, फिरौती के कई मामले दर्ज हैं, जिसमे से अकेले 302 यानी हत्या के ही 18 मामले हैं, ये तो वो मामले हैं, जो पुलिस थानों के रिकॉर्ड में हैं, इसके अलावा न जाने कितने और अपराध होंगे, जो राजनीति की सफ़ेद पोशाख में छुपे हुए होंगे और सियासी संरक्षण के चलते दबा दिए गए होंगे। 'देश में आवारा कुत्तों से भी ज्यादा घूम रही ED..,', बेटे वैभव को मिला समन तो मर्यादा लांघ गए सीएम अशोक गहलोत ! राहुल गांधी की 'गुप्त' विदेश यात्राएं जारी, आज सुबह-सुबह उज्बेकिस्तान से लौटे, पिछले दौरों पर भी हुआ था विवाद ! 'भारतीय मुस्लिमों के लिए फिलिस्तीन की सीमा खोले सरकार..', वीज़ा मांगने पहुंची अमीना शेख, कहा- गाज़ा जाकर लड़ना चाहती हूँ..