कोलकाता : कहा गया हैं कि राजनीति में न तो स्थाई दोस्ती होती हैं और न ही स्थाई दुश्मनी. यह बात एक बार फिर साबित हो रही हैं. किसी ज़माने में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दाहिना हाथ समझे जानेवाले मुकुल राय अब तृणमूल कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद पार्टी और अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. वैसे उनके भाजपा में भी जाने की चर्चा हैं. उल्लेखनीय हैं कि इस माह के दूसरे सप्ताह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कोलकाता दौरे पर आए थे, तब मुकुल को पार्टी में शामिल कराने को लेकर प्रदेश भाजपा के नेताओं से उनकी चर्चा हुई थी. कहा जा रहा हैं कि मुकुल भी भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं. इसकी भनक मिलते ही ममता ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से हटा दिया. बता दें कि बीजेपी तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं को अपने खेमे में लेने के लिए ज़ोर लगा रही हैं. माकपा से निष्कासित राज्यसभा सांसद ऋतब्रत बंद्योपाध्याय भी पाला बदल सकते हैं. इसके लिए उन्होंने प्रदेश भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की थी. एक साल पहले भी ममता से मतभेद होने पर मुकुल ने पार्टी छोड़ने का मन बनाया था. तब करीब 20 विधायकों और आधा दर्जन से अधिक सांसदों को लेकर तृणमूल छोड़ने का आश्वासन दिया था. लेकिन इस बार मुकुल अकेले तृणमूल से अलग होना चाहते हैं. जबकि भाजपा कुछ विधायकों और सांसदों का साथ चाहती हैं. अगर ऐसा होता हैं तो वे भाजपा में नहीं जाकर अलग पार्टी बनाएंगे और राजग में शामिल हो सकते हैं. यह भी देखें संभावित उपद्रवों को रोकेगी ममता सरकार तुष्टिकरण पर ममता हुई कठोर