लखनऊ : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश की पार्टी तो दूर घर में ही कलह चल रही है. हालांकि इस विवाद को शनिवार को सुलझा लिया गया लेकिन दोनों पार्टी के समर्थक आपस में भिड़ते नज़र आये. मुख्यमंत्री और शिवपाल के समर्थक शनिवार को दिन भर एक दुसरे के आमने सामने रहे. मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री के समर्थकों ने नारेबाजी की. मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए घोषणा की कि प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ही रहेंगे. अखिलेश पर निशाना साधते हुए मुलायम ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में हमने वही किया था जो मुख्यमंत्री ने कहा था और हम 5 सीटों पर सिमट कर रह गए. इससे पहले भी मुलायम अखिलेश को कई बार अपने निशाने पर ले चुके हैं. बहुत दिनों से चल रहे अखिलेश और शिवपाल के विवाद के चलते सीएम अखिलेश यादव चाचा शिवपाल से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने कहा प्रदेश अध्यक्ष बनने पर आपको हार्दिक बधाई और में सिर्फ बधाई देने ही आया हूँ. मैं और मेरी पार्टी आपको पूरा समर्थन देगी और मुझे उम्मीद है कि हम सब मिल जुल कर काम करेगे और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगे. इससे पहले चले विवाद को लेकर सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि "मेरे और नेताजी के बीच कोई बाहरी व्यक्ति नहीं आ सकता." अखिलेश ने आगे कहा कि "मैं चाचा शिवपाल यादव और अमर सिंह की दोस्ती के बारे में नहीं बोलूंगा. अखिलेश ने कहा कि चाचा जानते हैं कि चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंघल को क्यों हटाया." अखिलेश ने समर्थकों को समझाया, शिवपाल का विरोध जारी लालू ने दिया कांग्रेस को झटका, नीतीश है PM के उम्मीदवार