कभी कभी रास्ते में हमें कुछ ना कुछ अनोखा मिल जाता है। ऐसा ही कुछ अनोखा मिला ब्रिटेन के केंट में रहने वाली 38 वर्षीय जोडी क्रूज को। जी दरअसल वह अपनी 8 साल की बेटी इसाबेला के साथ छुट्टियां बिताने समुद्र किनारे गई थीं। वहीं उन्हें एक अनोखा ‘पत्थर’ मिला, जिसे देखकर उनके होश उड़ गए। वैसे उसे उन्होंने Fossil (जीवश्म) समझा और उसे वह अपने साथ घर ले आईं, लेकिन बाद में पता चला कि वह World War II का एक ग्रेनेड है। वैसे उन्हें इस बारे में तब पता चला जब वह ग्रेनेड उनके किचन में फट गया। इस बारे में जोडी क्रूज ने फेसबुक पर बताया और साथ ही कई तस्वीरें भी शेयर की। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘मुझे यह सब यहां नहीं डालना चाहिए था। लेकिन मैं इसे एक चेतावनी के तौर पर शेयर कर रही हूं। लास्ट विकेंड मैं बीच से एक अनोखी चीज उठा लाई थी। तब मैंने सोचा था कि वह कोई हड्डी/जीवाश्म है। मैंने उसकी तस्वीरें ‘फोसिल आर्कोलॉजी साइट’ पर शेयर कीं और पूछा- यह क्या है। बहुत से लोगों ने प्रतिक्रिया दी। कुछ ने हॉट पिन टेस्ट की बात की। मैंने जैसे ही उसमें पिन लगाई तो उसका एक हिस्सा पिघलने लगा और वो आग के गोले में बदल गया। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि उसके कारण मेरे किचन का क्या हाल हुआ है। दरअसल, यह द्वितीय विश्व युद्ध का एक ग्रेनेड था जिसे एक हॉट निडल ने आग के गोले में बदल दिया।' वहीं आगे उन्होंने बताया, ‘ग्रेनेड के आग के गोले में बदलते ही मेरी बेटी चिल्लाई और पीछे के दरवाजे से भाग गई। मैंने ग्रेनेड को पकड़ा और जल्दी से किचन के सिंक में फेंक दिया जहां विस्फोट हुआ। हम बेहद खुशकिस्मत रहे। क्योंकि ग्रेनेड कई गुना शक्तिशाली और खतरनाक हो सकता था। मेरे दिमाग में पहला ख्याल यही आया था कि मैं अपनी बेटी, अपने घर, अपने पेट्स को कैसे बचाऊं। हम लकी रहे जो सभी सुरक्षित हैं।' इस बारे में आग बुझाने आए फायरफाइटर्स में से एक ने कहा, ‘वो एक ग्रेनेड है क्योंकि आमतौर पर इन ग्रेनेड पर प्रोटेक्टिव कोटिंग होती है जो इस पर भी देखी जा सकती थी। जोडी ने कहा, ‘अब से मैं समुद्र तट से किसी भी तरह की चीज उठाकर घर नहीं लेकर आऊंगी।’ अब ऐसा कहा जा रहा है कि 80 साल पुराना ग्रेनेड तूफानों और समुद्री लहरों का सामना करते हुए तट तक आ गया होगा। अगले दो दशकों में विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा भारत - मुकेश अंबानी राम मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति से शुरू होगा अभियान, लोगों से लिया जाएगा सहयोग महाविद्यालयों में 1 जनवरी 2021 से होगा प्रैक्टिकल क्लासेज का संचालन: CM शिवराज