इस समय महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के पद को लेकर खींचतान अभी जारी है. ताजा मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार ने शिवसेना के विधायकों को 22 नवंबर को बैठक के लिए बुलाया है. सत्तार ने कहा है कि मुझे लगता है कि हमें पांच दिन साथ ही रहना होगा और इसके बाद ही अगला कदम तय किया जाएगा. इसलिए सभी विधायकों को उनका आइडी और कपड़े साथ लाने का आदेश भी दिया गया है, उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से उद्धव ठाकरे ही महाराष्ट्र के अगले सीएम होंगे. NRC को लेकर अमित शाह का ऐलान, कहा- किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरुरत नहीं, पूरे देश में लागू करेंगे मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विधानसभा चुनाव साथ लडऩे के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए 50-50 की मांग पर अड़ जाने के कारण भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूट चुका है. राज्य ही नहीं, केंद्र सरकार से भी उसने अपने एकमात्र मंत्री डॉ.अरविंद सावंत का इस्तीफा दिलवा दिया है. हाल यह है कि जिनके भरोसे उसने यह जोखिम लिया, उन कांग्रेस-राकांपा की तरफ से अब तक उसे निराशा ही मिली है. ज्ञात हो कि कांग्रेस-राकांपा का समर्थन पत्र नहीं जुटा पाने की वजह से 11 नवंबर को राजभवन जाकर भी शिवसेना प्रतिनिधिमंडल को खाली हाथ लौटना पड़ा. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए EC ने कसी कमर, EVM से छेड़छाड़ रोकने के लिए बनाया ये प्लान प्राप्त जानकारी के अनुसार राकंपा प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद पवार के बयान ने स्थिति को और उलझा कर रख दिया. उन्होंने कहा था कि भाजपा-शिवसेना ने साथ चुनाव लड़ा, सरकार के बारे में उनसे ही पूछा जाये. दूसरी ओर सरकार गठन नहीं होने से शिवसेना सहित सभी दलों के नवनिर्वाचित विधायकों की हिम्मत अब जवाब दे रही है. इसकी वजह से अगले माह होने वाला विधानमंडल सत्र भी अधर में है. मोदी सरकार की राह में फिर खड़ी हुई ममता, कहा- बंगाल ने लागू नहीं होने देंगे NRC संसद के शीतकालीन सत्र से भी 'नदारद' हैं राहुल गाँधी, स्पीकर बिरला बोले- अगर वे होते तो सवाल पूछते सुभाषचंद्र बोस की प्रपोत्री ने की गोडसे की आरती, कहा- हमारे दिल में बसते हैं....