मुंबई: देश में जहां एक ओर अपराध जगत में लगातार ही बढ़ोत्तरी हो रही है। तो वहीं दूसरी ओर पुलिस भी अपराधियों के पीछे पसीना बहा रही है। जानकारी के अनुसार बता दें कि हाल ही में खांदेश्वर रेलवे स्टेशन से मोबाइल चोरी का मामला बढ़ा तो इस मामले की जांच होने लगी। वहीं पीआई द्यानेश्नर बबन कट्टर पनवेल जीआरपी ने बताया कि 21 नवंबर को खादेश्वर रेलवे स्टेशन पर मोबाइल चोरी के मामले में टीम काम कर रही थी। तभी एक संदिग्ध दिखा लेकिन जब पुलिस उसके तरफ बढ़ने लगी तो वह भाग खड़ा हुआ। जम्मू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने भगत सिंह को बताया आतंकी, छात्रों ने प्रोफेसर के खिलाफ खोला मोर्चा यहां बता दें कि युवक द्वारा भागने पर पुलिस ने उसका पीछा किया लेकिन वह बाहर खड़ी एक टवेरा कार में घुस गया और उसके साथ ही फरार हो गया। वहीं इसके बाद ही जीआरपी टीम अपनी गाड़ी में बैठी और 7 से 8 किमी की दूरी तक कार का पीछा किया। वहीं बता दें कि ये चोर आंध्रप्रदेश और बेंगलुरु के रहने वाले थे। उन्होने पनवेल से पुणे एक्सप्रेस पकड़ी लेकिन पुलिस ने तुरंत हाईवे ट्रैफिक पुलिस, पुणे पुलिस, सतारा एसपी और कोल्हापुर एसपी को इसकी जानकारी दी गई। नक्सलियों का नए लीडर ने बस्तर में छिपकर लिट्टे से ली थी ट्रेनिंग गौरतलब है कि पुलिस द्वारा पांच घंटे और 360 किमी के बाद चोरों को कोल्हापुर में पकड़ लिया गया। वहीं पनवेल जीआरपी टीम कोल्हापुर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही बता दें कि अधिकारियों ने वाहन के अंदर तलाशी ली लेकिन फोन नहीं मिले। वहीं 48 घंटे के बाद उनमें से एक चोर ने गिरोह के दो अन्य सदस्यों के नाम और पता बताया जहां वे छुपे थे। साथ ही पुलिस को 19 मोबाइल बरामद हुए। वहीं डीसीपी जीआरपी पुरुषोत्तम कराड ने कहा कि सभी को आईपीसी धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। खबरें और भी राजस्थान: जोधपुर का उमेद भवन है रॉयल वेडिंग के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन सुप्रीम कोर्ट: रोहिंग्या शरणार्थियों पर आखिरी सुनवाई जनवरी 2019 में होगी जिस कंपनी ने रॉबर्ट वाड्रा को जमीन खरीदने के लिए कर्ज दिया उसे टैक्स में मिली छूट